जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच के लिए भारतीय बल्लेबाजों ने की खास तैयारी
तीसरे टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम ने अभ्यास के दौरान खास तैयारी की।
जोहानसबर्ग। अमूमन भारतीय टीम बल्लेबाजी का अभ्यास करते समय एसजी या कूकाबुरा गेंद का इस्तेमाल करती है। अभी तक दो टेस्ट मैचो से पहले हुए अभ्यास सत्र में भी ऐसा ही देखा गया लेकिन रविवार को कोहली और रहाणे ने कूकाबुरा गेंद के अलावा सिंथेटिक्स की गेंद पर भी बल्लेबाजी का अभ्यास किया।
इशांत, शमी, भुवनेश्वर और उमेश यादव ने शुरुआत में नई कूकाबुरा गेंद से गेंदबाजी की। बाद में थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट रघु करीब 140-150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रहाणे के सामने सिंथेटिक्स की गेंद पटक रहे थे और वे गेंदें रहाणे के कंधे या सिर के पास से गुजर रही थीं। रहाणे अधिकतर गेंदों को छोडऩे का प्रयास रहे थे। सिंथेटिक्स की गेंद लेदर की गेंद से ज्यादा उछलती है। ऐसा ही कुछ अभ्यास विराट को बांगर ने कराया। कुल मिलाकर नेट पर इस तरह का माहौल बनाया जा रहा था जैसे गेंदबाजी दक्षिण अफ्रीका के लंबे और मजबूत गेंदबाज जोहानिसबर्ग की पिच पर अगले टेस्ट में करने वाले हैं।
गौरतलब है कि तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम पहले ही 0-2 से पीछे होकर सीरीज गवां चुकी है। अब टीम की नजर तीसरे यानी जोहानसबर्ग टेस्ट पर है। अब टीम की यही कोशिश रहेगी की इस टेस्ट को जीतकर अपनी इज्जत बचाई जाए। इस पिच पर साफ तौर से एक बार फिर से तेज गेंदबाजों को ही मदद मिलेगी और यहां पर स्पिनर्स के लिए कुछ भी नहीं है ऐसे में भारतीय टीम को सही संयोजन के साथ मैदान पर उतरना होगा जिससे कि वो इस टेस्ट को जीत सकें।