पिंक बॉल से भारतीय टीम के उड़े परखच्चे, इतने रन पर ढेर हो गई पूरी टीम
India vs Australia A Pink Ball Practice Test भारत और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच तीन दिवसीय प्रैक्टिस मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है जो कि डे-नाइट मैच है और पिंक बॉल से खेला जा रहा है। इस मैच में भारत की हालत खराब है।
नई दिल्ली, जेएनएन। India vs Ausrtalia A Pink Ball Practice Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 17 दिसंबर से एडिलेड में शुरू होने वाले डे-नाइट टेस्ट मैच से पहले भारतीय खिलाड़ियों के पास पिंक बॉल से प्रैक्टिस करने का मौका था, लेकिन तीन दिवसीय प्रैक्टिस मैच में भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बुरी तरह ढेर हो गए। डे-नाइट प्रैक्टिस मैच में पिंक बॉल से कोई भी बल्लेबाज अच्छी लय में नजर नहीं आया। पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल ने हाथ दिखाए, लेकिन वे भी सफल नहीं हुए।
भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी तो मयंक अग्रवाल जल्दी आउट हो गए। इसके बाद पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल के बीच अच्छी साझेदारी हो ही रही थी कि पृथ्वी शॉ क्लीन बोल्ड हो गए। पृथ्वी शॉ के आउट होने के बाद भारत के किसी भी बल्लेबाज के बीच बड़ी साझेदारी नहीं हुई। 9 रन पर भारत को पहला झटका लगा था और 72 रन पर दूसरा विकेट गिरा, लेकिन इसके बाद भारत ने लगातार विकेट खोए। हालांकि, आखिरी विकेट के लिए जसप्रीत बुमराह ने मोहम्मद सिराज के साथ एक साझेदारी की। भारत ने 48.3 ओवर खेलकर सभी विकेट खोकर 194 रन बनाए।
भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 55 रन जसप्रीत बुमराह ने बनाए। उनके अलावा 43 रन शुभमन गिल ने बनाए। पृथ्वी शॉ ने 40 रन की तूफानी पारी खेली। 22 रन मोहम्मद सिराज और 15 रन हनुमा विहारी ने भी बनाए। इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आकंड़ा तक नहीं पार कर सका। बता दें कि इस मैच में कप्तान विराट कोहली ने भाग नहीं लिया। उनका कहना था कि वे अलग से पिंक बॉल टेस्ट मैच की तैयारी करेंगे। डे-नाइट मैच खेलने के बाद वे भारत के लिए रवाना हो जाएंगे। उनको पितृत्व अवकाश मिला है।
ऑस्ट्रेलिया ए की ओर से सीन एबॉट और जैक विल्डरमुथ ने 3-3 विकेट चटकाए। एक-एक सफलता हैरी कॉनवे, विल सदरलैंड, कैमरोन ग्रीन और मिचेल स्वेप्सन ने हासिल की। आखिरी के विकेट के लिए 71 रन बुमराह और सिराज ने जोड़े। इसी के दम पर 200 के करीब भारतीय टीम पहुंच पाई। एक समय ऐसा लग रहा था कि टीम 125 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी, लेकिन जसप्रीत बुमराह ने अपने फर्स्ट क्लास करियर की पहली फिफ्टी ठोकी और टीम को मजबूती दी।