सुनील चतुर्वेदी ने फर्स्ट क्लास मैचों में मैच रेफरी के तौर पर पूरा किया अपना शतक
सुनील चतुर्वेदी 100 प्रथम श्रेणी मैचों में रेफरी की भूमिका निभाने वाले देश के पहले शख्स बने।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली और हैदराबाद के बीच बुधवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में शुरू हुए रणजी ट्रॉफी मुकाबले के दौरान उत्तर प्रदेश के सुनील चतुर्वेदी 100 प्रथम श्रेणी मैचों में रेफरी की भूमिका निभाने वाले देश के पहले शख्स बने। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के सचिव युद्धवीर सिंह ने इस दौरान उन्हें सम्मानित किया। दिल्ली रणजी टीम के कप्तान शिखर धवन, भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने भी इस दौरान सुनील की तारीफ करते हुए उन्हें गुलदस्ता भेंट किया।
सुनील 100 मैच कवर करने वाले पहले भारतीय रेफरी हैं। सम्मान समारोह के बाद उन्होंने कहा कि मेरे लिए सम्मान की बात है कि मैं ऐसा करने वाला पहला भारतीय हूं। निस्संदेह यह मेरे लिए महान उपलब्धि है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 13 साल उत्तर प्रदेश की टीम का नेतृत्व करने के बाद बीसीसीआइ ने 1999 में मुझे मैच रेफरी बनाया और पिछले करीब 21 वषरें में मैं प्रथम श्रेणी समेत क्रिकेट के अन्य प्रारूप के 285 मुकाबलों में मैच रेफरी की भूमिका निभा चुका हूं।
कानपुर के स्वरूप नगर क्षेत्र के मूल निवासी चतुर्वेदी पिछले कई वषरें से मुंबई में रहते है। युद्धवीर ने कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ी उपलब्धि है। मुझे पूरा विश्वास है कि सुनील आगे भी भारतीय क्रिकेट की ऐसे ही सेवा करते रहेंगे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत पूर्व रणजी खिलाड़ी सुनील ने कहा कि क्रिकेट से रिटायर होने के बाद मैने कोचिंग अथवा क्रिकेट कमेंट्री को पेशा बनाने के बारे में सोचा था लेकिन उस दौरान बीसीसीआइ ने घरेलू क्रिकेट के लिए मैच रेफरी का पद सृजन किया और इसके लिए सभी क्रिकेट संघों को नाम भेजने को कहा। मैं यूपीसीए का कृतज्ञ हूं कि उसने मेरे नाम का प्रस्ताव किया।
पहले कुछ वर्षों तक मैच रेफरी को मैच पर्यवेक्षक के तौर पर जाना जाता था। चतुर्वेदी अब तक 100 प्रथम श्रेणी मैचों के अलावा लिस्ट ए के 69, टी-20 के 49 और आइपीएल समेत बीसीसीआइ द्वारा प्रायोजित अन्य 69 मुकाबलों में मैच रेफरी की भूमिका निभा चुके हैं। बतौर विकेटकीपर खिलाड़ी अपने 13 साल के करियर में उन्होंने सात शतकों के साथ 3864 रन बनाए और 88 कैच एवं 17 स्टंपिग के साथ 105 बल्लेबाजों को अपना निशाना बनाया।