भारत के ड्रेसिंग रूम के सामने लहरा रहा था श्रीलंकाई ध्वज, जानिए क्या है वजह
जामथा स्थित वीसीए स्टेडियम में बने ड्रेसिंग रूम के बाहर टीमों के राष्ट्र ध्वज लगाने के दो खंभे लगे हैं।
नागपुर, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने का काम राष्ट्र ध्वज करता है। मगर जब कोई अंतरराष्ट्रीय मैच भारत में हो और भारत का ही राष्ट्र ध्वज न दिखे तो अचरज होना लाजमी है। भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दौरान टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम के बाहर मेजबान देश का ही राष्ट्र ध्वज नदारद था।
जामथा स्थित वीसीए स्टेडियम में बने ड्रेसिंग रूम के बाहर टीमों के राष्ट्र ध्वज लगाने के दो खंभे लगे हैं। यहां श्रीलंकाई टीम का राष्ट्र ध्वज तो लहरा रहा था, लेकिन मेजबान भारत का ध्वज नदारद था। ड्रेसिंग रूम के करीब तीन और खंभे भी लगे हैं। इन पर विदर्भ क्रिकेट संगठन और बीसीसीआइ के चिन्हों वाले ध्वज भी लगे थे, लेकिन भारतीय ध्वज यहां भी नजर नहीं आया।
खेल स्पर्धाओं के दौरान खिलाड़ियों का अपने राष्ट्र प्रतीकों खासकर राष्ट्र ध्वज से भावनात्मक जुड़ाव होता है। यही कारण है कि खेल चाहे कोई भी हो जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ी तिरंगा हाथों में लेकर या शरीर से लपेटकर अपनी खुशी जाहिर करने का मौका नहीं चूकते। मगर नागपुर में ड्रेसिंग रूम के सामने तिरंगा न देखकर भारतीय खिलाड़ी मायूस जरूर हुए होंगे। हालांकि मैदान में प्रशंसक भले ही कम थे, लेकिन इनमें से बहुत से अपने साथ तिरंगा लेकर आए थे जिसे लहराकर दिनभर टीम इंडिया की हौसला अफजाई की।
इस बारे में वीसीए के सचिव भूपिंदर सिंह भट्टी स्पष्ट जवाब देने से बचते नजर आए। उन्होंने कहा कि मैं थोड़ी देर में बताता हूं, पर उन्होंने इसके बाद फोन ही काट दिया।