पाकिस्तान दौरे पर जाने के लिए 10 वर्ष के बाद तैयार हो गई ये टीम, हो चुका है जानलेवा हमला !
पाकिस्तान में एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो सकती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Pakistan vs Sri Lanka: पाकिस्तान में फिर से क्रिकेट की वापसी को लेकर बेताब पीसीबी के लिए एक राहत की खबर सामने आई है। दस वर्ष के बाद श्रीलंका क्रिकेट टीम एक बार फिर से पाकिस्तान के दौरे पर जा सकती है। खबर ये आ रही है कि श्रीलंका क्रिकेट के सुरक्षा प्रतिनिधिमंडल ने लाहौर और कराची का दौरा किया। इस दौरे के बाद श्रीलंका की तरफ से जो प्रतिक्रिया मिली है वो सकारात्मक है। यानी अब पाकिस्तान टेस्ट क्रिकेट की मेजबानी कर सकता है। खबरों की मानें तो इसके बाद श्रीलंका अब पाकिस्तान में कम से कम एक टेस्ट मैच खेल सकता है। अगर ऐसा होता है तो 2009 में लाहौर में हुए आतंकी हमले के बाद श्रीलंका पाकिस्तान में टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली पहली टीम बन जाएगी। ये मैच इस वर्ष के अंत तक खेला जा सकता है।
इस मामले पर श्रीलंका क्रिकेट के सीईओ एश्ले डी सिल्वा का कहना है कि सुरक्षा टीम की तरफ से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से कुछ विकल्पों पर बातचीत की जाएगी। इसके अलावा श्रीलंका की सरकार से भी सलाह ली जाएगी। आपको बता दें कि दस वर्ष पहले मार्च 2009 में पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंका टीम की बस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थी। लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के बाहर ये हमला किया गया था। इस हमले में पाकिस्तान की पुलिसकर्मियों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। वहीं श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाड़ी महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा समेत कुछ अन्य खिलाड़ी भी घायल हो गए थे। हालांकि टीम को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन इस घटना के बाद पाकिस्तान की काफी आलोचना हुई थी और उसके बाद से दुनिया की हर टीम ने वहां पर खेलने से मना कर दिया था।
हालांकि 2009 में हुए हमले के बाद पिछले कुछ वक्त से पाकिस्तान के हालात में कुछ सुधार हुआ और कुछ टीमें सिमित ओवर क्रिकेट खेलने के लिए पाकिस्तान दौरे पर आई थी। वहीं पाकिस्तान सुपर लीग के कुछ मैचों का आयोजन भी किया गया था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के निदेशक वसीम खान ने भी देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के लिए एमसीसी से अपील की थी। उन्होंने कहा कि एमसीसी के साथ हुई मीटिंग काफी सकारात्मक रही।