PCB ने कहा, डॉक्यूमेंट्री में स्पॉट फिक्सिंग के दावे बेबुनियाद
अल जजीरा की नई डॉक्यूमेंट्री में कहा गया है कि पाकिस्तान के चार अंतरराष्ट्रीय मैच फिक्स थे।
कराची, प्रेट्र : क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड व वेल्स क्रिकेट बोर्ड के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने हाल ही में जारी डॉक्यूमेंट्री में राष्ट्रीय टीम पर लगाए स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि टीवी चैनल द्वारा फुटेज दिए जाने के बाद ही मामले की जांच हो सकती है।
अल जजीरा की नई डॉक्यूमेंट्री में कहा गया है कि पाकिस्तान के चार अंतरराष्ट्रीय मैच फिक्स थे। डॉक्यूमेंट्री में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और पाकिस्तान के कुछ खिलाडि़यों के स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त होने का दावा किया था, लेकिन उन खिलाडि़यों के नाम की जानकारी नहीं दी गई।
पीसीबी ने कहा कि आइसीसी और उसकी अपनी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई आरोपों की जांच कर रही है। उसने कहा कि प्रसारक ने कोई सबूत पेश नहीं किए हैं। लिहाजा ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं। इससे पहले एक स्वतंत्र रिटायर्ड जज मिलन हामिद फारूक ने टेस्ट क्रिकेटर नासिर जमशेद पर लगाए गए 10 साल के प्रतिबंध को सही ठहराया। जमशेद को पीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया था। रविवार को अल जजीरा चैनल पर मैच फिक्सिंग के दावे को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज की गई।
क्रिकेट मैच फिक्सर्स
द मुनव्वर फाइल्स के शीर्षक से रिलीज इस डॉक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि इंग्लैंड के खिलाडि़यों ने सात मैचों में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाडि़यों ने पांच मैचों में, पाकिस्तान के खिलाडि़यों ने तीन मैचों में और एक अन्य देश के क्रिकेटर ने फिक्सिंग की।
इनमें भारत-इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेला गया टेस्ट मैच, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2011 में ही केप टाउन में खेला टेस्ट मैच शामिल है।