संगाकारा ने किया खुलासा, फाइनल के बाद ये कहा था विराट से..
टी20 विश्व कप फाइनल में श्रीलंकाई टीम ने जब भारतीय टीम को 6 विकेट से रौंदकर खिताब जीता तो हर भारतीय खिलाड़ी के चेहरे पर मायूसी साफ नजर आ रही थी। ऐसे में मैदान पर मौजूद व दुनिया भर में इस मैच को देख रहे दर्शकों ने एक नजारा देखा, जब विराट कोहली ने मैन ऑफ द मैच श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगाकारा को जाकर जीत की बधाई
नई दिल्ली। टी20 विश्व कप फाइनल में श्रीलंकाई टीम ने जब भारतीय टीम को 6 विकेट से रौंदकर खिताब जीता तो हर भारतीय खिलाड़ी के चेहरे पर मायूसी साफ नजर आ रही थी। ऐसे में मैदान पर मौजूद व दुनिया भर में इस मैच को देख रहे दर्शकों ने एक नजारा देखा, जब विराट कोहली ने मैन ऑफ द मैच श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगाकारा को जाकर जीत की बधाई दी और फिर संगाकारा ने कुछ देर तक कोहली से बातचीत भी की, इस दौरान कोहली के चेहरे पर मुस्कान भी आती देखी गई। आमतौर पर मैच के ठीक बाद विरोधी खिलाड़ियों के अलग-अलग मूड को देखते हुए कभी इतनी लंबी बातचीत नहीं देखी जाती इसलिए फैंस में ये जानने की उत्सुकता थी कि आखिर विराट और संगा के बीच ऐसी क्या बातचीत हुई कि हार के बावजूद विराट दो पल खुश भी हो सके। खैर, संगाकारा ने उस बातचीत का पूरा खुलासा कर दिया है, क्या थी वो गुफ्तगू, आइए जानते हैं।
आमतौर पर खिलाड़ी आपस की ऐसी बातचीत को सामने नहीं रखते लेकिन संगाकारा ने एक श्रीलंकाई रेडियो स्टेशन पर इसका खुलासा कर दिया। संगाकारा ने कहा कि वो बेहद खुश थे कि सबसे पहले सीधे विराट ने आकर उनको अर्धशतक की बधाई दी। संगाकारा ने बताया, 'मैंने बस विराट से कहा कि जिस तरह से उन्होंने (विराट) बल्लेबाजी की वो अद्भुत थी, सिर्फ इस टूर्नामेंट ही नहीं, बल्कि पिछले दो सालों में। उनको बल्लेबाजी करते देखने में आनंद आ गया। वो एक बेहद शानदार खिलाड़ी हैं और मैदान पर बेहद जोशीले भी, जो शायद उन्हें उनके खेल के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।'
संगाकारा ने कहा कि श्रीलंकाई टीम और खुद उनके लिए यह जीत बेहद अहम थी लेकिन मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों में एक दूसरे के लिए सिर्फ और सिर्फ सम्मान ही था और उस दिन कोहली उस सम्मान को प्रकट करने वाले पहले खिलाड़ी थे। संगाकारा ने कहा, 'मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों में एक दूसरे के लिए काफी सम्मान था और वहां उस सम्मान को दिखाने वाले कोहली पहले भारतीय खिलाड़ी थे। मेरे मुताबिक यह काफी शानदार था क्योंकि उसने (विराट) बहुत शानदार बल्लेबाजी की थी। आप भारतीय पारी के अंत में उसके चेहरे पर निराशा साफ देख सकते थे जब उसे स्ट्राइक ही नहीं मिल पा रही थी और वो तब समझ गया था कि यही मैच का टर्निग पोइंट हो सकता है। मेरे मुताबिक मैच के बाद उसका (विराट) आगे आकर मुझे सबसे पहले बधाई देना बहुत ही सम्मानजनक और अच्छा था।'