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सचिन ने बेटे अर्जुन तेंदुलकर को दी अपने पिता से मिली ये अनमोल सीख, आप भी जानिए

T20 Mumbai league 2019 के बाद सचिन तेंदुलकर ने बेटे अर्जुन तेंदुलकर को अपने पिता से मिली एक अनमोल सीख से रूबरू कराया है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Mon, 27 May 2019 11:07 AM (IST)Updated: Mon, 27 May 2019 03:03 PM (IST)
सचिन ने बेटे अर्जुन तेंदुलकर को दी अपने पिता से मिली ये अनमोल सीख, आप भी जानिए
सचिन ने बेटे अर्जुन तेंदुलकर को दी अपने पिता से मिली ये अनमोल सीख, आप भी जानिए

मुंबई, पीटीआइ। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने बेटे अर्जुन तेंदुलकर को एक अनमोल सीख दी है, जो उन्हें उनके स्वर्गवासी पिता ने दी थी। क्रिकेट के मैदान में बतौर लेफ्ट आर्म पेसर और बल्लेबाज अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयारी कर रहे अर्जुन तेंदुलकर को सचिन तेंदुलकर ने बताया है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। यही बात सचिन तेंदुलकर को उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने बताई थी।   

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हाल ही में बल्ले और गेंद से टी20 मुंबई लीग 2019 से अच्छा प्रदर्शन करने वाले अर्जुन तेंदुलकर को आकाश टाइगर्स मुंबई वेस्टर्न सबर्ब ने 5 लाख रुपये में खरीदा था। हालांकि, वानखेडे स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मैच में आकाश टाइगर्स टीम मैच हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई। इस लीग के ब्रांड एंबेसडर सचिन तेंदुलकर हैं। इस टूर्नामेंट का ये दूसरा सीजन था, जिसे नोर्थ मुंबई पैंथर्स ने अपने नाम किया। 

सचिन तेंदुलकर से जब ये पूछा गया कि आप अपने बेटे को दबाब हैंडल करने के लिए क्या सलाह देंगे तो उन्होंने कहा, "वह पैशनेट है और मैं उसे किसी भी चीज के लिए फॉर्स नहीं करूंगा। मैंने कभी उस पर क्रिकेट खेलने के लिए दबाव नहीं बनाया। पहले उसका मन फुटबॉल में लगता और फिर उसने शतरंज में अपनी दिलचस्पी दिखाई। जो मेरे पिता(रमेश तेंदुलकर) ने मुझसे कहा था, मैं ठीक उसी तरह उसके साथ करता हूं। आपको बहुत मेहनत करनी होगी, तभी आपको उसका फल मिलेगा।

एक और सवाल पर मास्टर ब्लास्टर ने कहा, हर एक अभिभावक की तरह वह खुद ये चाहते हैं कि उसका बेटा अच्छा परफॉर्म करे। "उसे वो करना चाहिए जिसकी जरूरत है। टी20 मुंबई लीग में उसने अच्छा प्रदर्शन किया है।कुछ उतार-चढ़ावों की वजह से उसे वास्तविक जिंदगी का भी अनुभव हुआ है। यही तरीका है जो आपको विकसित कर सकता है।"

सचिन तेंदुलकर ने अर्जुन को सलाह देते हुए कहा है, "इस गेम में एक बार दो छात्र बन जाता है हमेशा छात्र बना रहता है। यही है जो मैं उसे बताना चाहता हूं। परिणाम भगवान के हाथ में होता है, लेकिन मेहनत करना हमारे हाथ में होता है।" बता दें कि अर्जुन तेंदुलकर आइसीसी चैंपियन ट्रॉफी में इंग्लैंड में जाकर टीम इंडिया के खिलाड़ियों को नेट प्रैक्टिस करा चुके हैं। इसके अलावा कई और मौकों पर वे टीम के साथ रहे हैं।   

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