श्रीसंत ने 7 साल बाद मैदान पर वापसी कर किया ऐसा प्रदर्शन, टीम को भी मिली जीत
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने 7 साल का बैन झेलने के बाद आखिरकार प्रतिस्पर्द्धी क्रिकेट में वापसी कर ली। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2021 के पहले ही मैच में अच्छी गेंदबाजी की और उनकी टीम को 6 विकेट से जीत मिली।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में 7 साल के बाद वापसी हुई। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट 2021 में वो अपनी घेरलू टीम केरल का प्रतिनिधित्व करते नजर आए और उन्होंने इस टूर्नामेंट का पहला मुकाबला पुदुचेरी के खिलाफ खेला। इस मुकाबले में पुदुचेरी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पुदुचेरी के खिलाफ एस श्रीसंत ने अच्छी गेंदबाजी की और अपना स्पेल पूरा होे के बाद वो इमोशनल नजर आए और पिच को हाथ जोड़ते नजर आए।
सात साल के बाद जिस तरह से श्रीसंत ने वापसी की वो शानदार रहा और उन्होंने अपने 4 ओवर के स्पेल में 29 रन दिए और एक विकेट हासिल किया। उन्होंने पुदुचेरी के ओपनर बल्लेबाज फाबिद अहमद को 10 रन पर आउट किया। इस मैच में पुदुचेरी ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 138 रन बनाए। इसके जवाब में केरल की टीम ने 18.2 ओवर में 4 विकेट पर 139 रन बनाकर मैच 6 विकेट से जीत लिया।
सोमवार को खेले गए इस मैच में केरल की तरफ से ओपनर रॉबिन उथप्पा ने 21 रन, मो. अजहरुद्दीन ने 30 रन, कप्तान संजू सैमसन ने 32 रन बनाकर टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई। वहीं इस जीत के बाद श्रीसंत ने ट्वीट करते हुए फैंस का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, आपको सपोर्ट और प्यार के लिए बहुत धन्यवाद, ये तो सिर्फ शुरुआत है। आप सबकी दुआओं की मुझे जरूरत है और आपको व आपके परिवार के लिए बहुत सारी रिस्पेक्ट।
Thanks a lot for all the support and love ..it’s just the beginning..with all of ur wishes and prayers many many many more to go..❤️🇮🇳🏏lots of respect to u nd family .. #blessed #humbled #cricket #bcci #kerala #love #team #family #india #nevergiveup pic.twitter.com/bMnXbYOrHm— Sreesanth (@sreesanth36) January 11, 2021
आपको बता दें कि एस श्रीसंत टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच वनडे वर्ल्ड कप 2011 में खेला था। वो 2007 में टी20 वर्ल्ड कप व 2011 में वनडे वर्ल्ड कप विनर टीम के सदस्य भी रह चुके हैं। साल 2013 में वो आइपीएल के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे जसके बाद उन पर आजीवन बैन लगाया गया था, लेकिन कोर्ट ने उसे घटाकर 7 साल का कर दिया था और पिछले साल अक्टूबर में उनका बैन खत्म हो गया था।