मां-बाप और बच्चों की कसम खाकर श्रीसंत बोले- 100 करोड़ के लिए भी ऐसा काम नहीं करूंगा
भारतीय टीम के गेंदबाज रहे शांताकुमारन श्रीसंत ने अपने मां-बाप और बच्चों की कसम खाकर कहा है कि वे 100 करोड़ के लिए क्रिकेट में मैच फिक्सिंग नहीं करेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के गेंदबाज रहे शांताकुमारन श्रीसंत को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने राहत देते हुए उनके आजीवन प्रतिबंध पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ को फिर से विचार करने को कहा था। इसके बाद बीसीसीआइ ने श्रीसंत के करियर के बारे में सोचा और उनका बैन कम कर दिया जो अगले साल खत्म हो रहा है। अब शांताकुमारन श्रीसंत ने अपने मां-बाप और बच्चों की कसम खाकर कहा है कि वे 100 करोड़ के लिए क्रिकेट में मैच फिक्सिंग नहीं करेंगे।
तेज गेंदबाज श्रीसंत ने कहा है कि उन्हें मैच फिक्सिंग के आरोपों का दोषी नहीं पाया गया और ना ही उन्होंने कभी ऐसा किया है। श्रीसंत ने एक अंग्रेजी वेबसाइट से बात करते हुए कहा है, "मैं अपने बच्चों की कसम खाता हूं। मैं अपने बीमार माता- पिता की कसम खाता हूं कि मैनें कभी स्पॉट फिक्सिंग नहीं की है। मेरे मां-बाप लंबे समय से मुझे मैच खेलते हुए देखना चाहते हैं, क्योंकि मैने कभी कुछ गलत नहीं किया है। मैं 100 करोड़ रुपयों के लिए भी कभी भी ऐसा नहीं करूंगा।”
बैन के बाद खेले हैं कई क्रिकेटर!
भारतीय गेंदबाज ने ये भी खुलासा किया है कि कुछ ऐसे क्रिकेटर भी हैं, जो मैच फिक्सिंग के आरोप में फंसे और क्रिकेट खेले, लेकिन मैं उनका नाम नहीं लुंगा क्योंकि मैंने सात साल सिर्फ सच के भरोसे निकाले हैं। श्रीसंत ने कहा है, "जिन खिलाड़ियों ने ऐसा है किया है वो अभी तक खुशनुमा चेहरों के साथ खेल रहे हैं। मैं बताना चाहता हूं कि मैं ऐसा नहीं हूं। भारत ही नहीं, दुनिया के कई क्रिकेटर ऐसे हैं जो फिक्सिंग के बाद खेले हैं और खेल रहे हैं। फिर में तो इसमें शामिल भी नहीं था।"
टेस्ट में करना चाहते हैं वापसी
आपको बता दें, बीसीसीआइ से बैन हटने के बाद श्रीसंत ने कहा था कि वे क्रिकेट में वापसी करना चाहते हैं। श्रीसंत टेस्ट क्रिकेट में अपने 100 विकेट पूरा करना चाहते हैं। श्रीसंत ने टेस्ट क्रिकेट में 87 विकेट अपने नाम किए हैं। श्रीसंत टेस्ट क्रिकेट में विकेटों का शतक लगाकर क्रिकेट को अलविदा कहना चाहते हैं। वहीं, फिटनेस और उम्र को लेकर उनका कहना है कि वे बहुत मेहनती हैं। श्रीसंत का मानना है कि लिएंडर पेस और महेश भूपति जब 40 साल से ज्यादा की उम्र में खेल सकते हैं तो वो भी हर कसौटी पर खरे उतरने के लिए तैयार हैं।