रोहित शर्मा ने बताया कोविड 19 महामारी के बाद बल्लेबाज किन चुनौतियों का करेंगे सामना
रोहित शर्मा ने कहा कि महामारी के बाद रिदम में लौटने में बल्लेबाजों को तेज और स्पिन गेंदबाज के मुकाबले ज्यादा कठिन चुनौती का सामना करना होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा को लगता है कि कोविड 19 महामारी की वजह से चल रहे लॉकडाउन के बाद बल्लेबाजों को अपनी रिदम हासिल करने में थोड़ी कठिनाई होगी। उन्होंने कहा कि बल्लेबाजों को अपने बैट का स्वीट स्पॉट ढूंढ़ने में कम से कम एक से डेढ़ महीने का वक्त लग जाएगा।
रोहित शर्मा ने कहा कि बल्लेबाजी में हाथ और आंख का कांबिनेशन सबसे अहम होता है। इन दोनों के बीच भी तालमेल बिठाने में काफी वक्त लग जाएगा क्योंकि टॉप लेवल पर आपको 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले गेंदबाजों का सामना करना होता है। ये बात उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक इंटरैक्शन के दौरान मो. शमी से बात करते हुए कही थी।
आपको बता दें कि कोविड 19 महामारी की वजह से भारत में 24 मार्च से लॉकडाउन है और ये फिलहाल जारी है। वैसे कोविड 19 महामारी के देखते हुए क्रिकेट कब शूरू होगा ये कहना मुश्किल है, लेकिन एक बात तो तय है कि एक लंबा वक्त इसमें लग सकता है और तब तक शायद क्रिकेटर्स को भी खुलकर प्रैक्टिस करने का मौका शायद ही मिल पाए।
रोहित शर्मा ने कहा कि इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट शुरू होने से पहले हमें कम से कम एक महीने कड़ी प्रैक्टिस की जरूरत होगी ताकि हम अपना रिदम हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि ये एक लंबा समय रहा है और लगभग तीन महीने से मैंने अपना बल्ला नहीं छूआ है और इसमें कुछ और समय लग सकता है।
रोहित शर्मा ने कहा कि बल्लेबाजों को तेज गेंदबाज और स्पिनर के मुकाबले ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। रोहित ने कहा कि लॉकडाउन के बाद बल्लेबाजों के लिए बेंगलुरु में एक ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया जाना चाहिए। मैंने आशीष नेहरा से बातचीत के दौरान भी ये बात की थी कि हमें एक प्रशिक्षण शिविर शुरू करना चाहिए। इससे हमें ये भी पता चलेगा कि कोई इंजरी से तो नहीं जूझ रहा है या फिर किसी अन्य तरह की समस्या से तो कोई खिलाड़ी परेशान नहीं है।