वर्षा से बाधित मैच में जमकर बरसे रन, 47 गेंदों पर शतक लगाकर इस बल्लेबाज ने बनाया रिकॉर्ड
20 वर्षीय बल्लेबाज रोहन पाटिल ने महाराजा ट्राफी में वर्षा से बाधित मैच में चौकों और छक्कों की झड़ी लगा दी। उन्होंने 47 गेंदों पर 112 रन की पारी खेलकर न केवल अपनी टीम को जीत दिलाई बल्कि इस टूर्नामेंट में पहला शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बने।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। इंग्लैंड में चल रहे द हड्रेंड क्रिकेट टूर्नामेंट नें अभी हाल ही में इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज ने पहला शतक लगाकर इतिहास रचा था। उसके एक दिन बाद ही 20 साल के बल्लेबाज रोहन पाटिल ने महाराजा ट्रॉफी के पहले सीजन में शतक लगाकर सनसनी मचा दी। वह इस टूर्नामेंट में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। रोहन ने 47 गेंदों पर 112 रन की विस्फोटक पारी खेली। उन्होंने अपनी इस पारी में 11 चौकों के अलावा 7 छक्के लगाए।
शतकीय पारी खेलकर दिलाई जीत
उनकी इस विस्फोटक पारी का ही नतीजा था कि उनकी टीम गुलबर्ग मिस्टिक्स ने 9 विकेट से घरेलू टीम मैसूर वॉरियर्स के खिलाफ जीत दर्ज कर ली। टीम के सामने 161 रनों का लक्ष्य था जो उसने 29 गेंद पहले ही बड़ी आसानी से हासिल कर लिया।
मैच की बात करें तो करुण नायर के नेतृत्व में पहले बल्लेबाजी करते हुए मैसूर वॉरियर्स की टीम ने बारिश के कारण 19 ओवर के मैच में 4 विकेट खोकर 160 रन का स्कोर खड़ा किया जिसे सम्मानजनक स्कोर कहा जा सकता है। लेकिन उनके गेंदबाज इस बड़े स्कोर को भी डिफेंड नहीं कर पाए और इसके पीछे कारण रहे रोहन पाटिल जिन्होंने जमकर हर गेंदबाज की खबर ली। मैसूर की बल्लेबाजी की बात करें तो टीम की तरफ से सर्वाधिक रन पवन देशपांडे ने बनाए। उन्होंने 30 गेंदों पर 41 रनों की पारी खेली। उनके अलावा नागा भरत ने भी 35 रनों की पारी खेली।
गुलवर्ग मिस्टिक्स के लिए यह लक्ष्य आसान नहीं था लेकिन इसे आसान बनाया रोहन पाटिल की बल्लेबाजी ने जिसने पहाड़ से दिख रहे लक्ष्य को केवल 15वें ओवर में ही हासिल कर अपनी टीम को जीत दिला दी। रोहन पाटिल ने इस टूर्नामेंट का पहला शतक लगाकर न केवल अपनी टीम को जीत दिलाई बल्कि ऐसा करने वाले वह पहले बल्लेबाज बने। रोहन के अलावा कृष्णा श्रीजीथ ने 29 गेंदों पर 46 रन की पारी खेली और अपनी टीम को 9 विकेट से आसान जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।