18 साल के इस क्रिकेटर ने कल रात हर दिग्गज को पीछे छोड़ दिया
हैदराबाद और पंजाब के बीच हुए इस मुकाबले में ऐसा क्या खास हुआ और क्या थी इसकी वजह, आइए जानते हैं।
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। आइपीएल-10 में कल रात वो हुआ जिसकी शायद किसी को उम्मीद नहीं थी। कमेंटेटर से लेकर टीवी पर बैठे एक्सपर्ट्स को भी इसका अंदाजा नहीं था। हैदराबाद और पंजाब के बीच हुए इस मुकाबले में ऐसा क्या खास हुआ और क्या थी इसकी वजह, आइए जानते हैं।
- अफगान धुरंधर
यहां हम बात कर रहे हैं पहली बार आइपीएल में खेल रहे अफगानिस्तान के 18 वर्षीय क्रिकेटर राशिद खान की। हैदराबाद सनराइजर्स से खेल रहे इस स्पिनर ने शुक्रवार रात पंजाब के खिलाफ इस सीजन में दूसरी बार मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता। पिछली बार उन्होंने गुजरात लायंस के खिलाफ जब अपना पहला मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता था तब उन्होंने 4 ओवरों में 19 रन देकर 3 विकेट झटके थे लेकिन कल रात उन्होंने पंजाब के खिलाफ कुल 1 विकेट लिया और वो मैन ऑफ द मैच बन गए।
- बड़े-बड़े धुरंधर पीछे रह गए
इस मैच में कई धुरंधरों ने शानदार प्रदर्शन किया। पहली पारी में हैदराबाद की तरफ से शिखर धवन ने 77 रन बनाए, केन विलियम्सन ने 54 रन बनाए, डेविड वॉर्नर ने 51 रनों की पारी खेली। वहीं, दूसरी पारी में पंजाब की तरफ से शॉन मार्श ने 84 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। गेंदबाजों में आशीष नेहरा और सिद्धार्थ कौल ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 2 विकेट लिए जिसमें शॉन मार्श का अहम विकेट भी शामिल रहा लेकिन इसके बावजूद मैन ऑफ द मैच का खिताब राशिद को मिला। कमेंटेटर से लेकर टीवी पर बैठे पूर्व दिग्गज का अनुमान यही था कि धवन, वॉर्नर, भुवनेश्वर और नेहरा में से किसी को ये खिताब मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
- क्या थी वजह?
दरअसल, दूसरी पारी में एक समय ऐसा था जब 208 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही मेजबान पंजाब की टीम तेजी से लक्ष्य की ओर बढ़ रही थी। खासतौर पर शॉन मार्श, जो 36 गेंदों पर अर्धशतक जड़ने के बाद और भी ज्यादा खतरनाक नजर आने लगे थे। इस बीच सिर्फ राशिद ही ऐसे गेंदबाज थे जिन्होंने विकेट तो सिर्फ एक ही लिया लेकिन बेहद कसी हुई गेंदबाजी की। उन्होंने अपने चार ओवरों में सिर्फ 16 रन ही लुटाए और इंग्लैंड के धुरंधर खिलाड़ी इयोन मॉर्गन (26) का अहम विकेट भी लिया। जबकि नेहरा ने 4 ओवरों में 42 रन, कौल ने 4 ओवरों में 36 रन और भुवनेश्वर ने 4 ओवरों में 27 रन लुटा दिए थे। उनकी किफायती गेंदबाजी रंग लाई और उन्होंने मैन ऑफ द मैच के खिताब पर कब्जा जमा लिया। पंजाब की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 181 रन ही बना सकी और 26 रनों से हार गई।