शेष भारत के खिलाफ मैच रहा ड्रॉ फिर भी विदर्भ बना ईरानी ट्रॉफी चैंपियन
विदर्भ ने शेष भारत के खिलाफ मुकाबला ड्रॉ खेलकर ईरानी ट्रॉफी का खिताब पहली बार अपने नाम किया।
नागपुर, प्रेट्र। रणजी चैंपियन विदर्भ ने शेष भारत के खिलाफ मुकाबला ड्रॉ खेलकर ईरानी ट्रॉफी का खिताब पहली बार अपने नाम किया। विदर्भ ने यह मैच पहली बढ़त के आधार पर जीता। विदर्भ का इस बार घरेलू क्रिकेट सत्र में यह दूसरा खिताब है। इससे उसने रणजी ट्रॉफी अपने नाम की थी।
अनुभवी बल्लेबाज वसीम जाफर मैन ऑफ द मैच रहे, जिनकी 286 रन की पारी के दम पर विदर्भ ने अपनी पहली पारी रिकॉर्ड सात विकेट पर 800 रन बनाकर घोषित की थी। रविवार को मैच के पांचवें दिन की शुरुआत शेष भारत ने छह विकेट पर 236 रन से की। हनुमा विहारी (183) और ऑलराउंडर जयंत यादव (96) के बीच 216 रन की साझेदारी के बावजूद शेष भारत की टीम खेल के पांचवें और अंतिम दिन 390 रन पर सिमट गई। विदर्भ को पहली पारी के आधार पर 410 रन की बढ़त मिली, लेकिन उसने फॉलोऑन देने के बजाय दूसरी पारी शुरू की और जब अंपायरों ने दोनों कप्तानों की सहमति से मैच ड्रॉ घोषित करने का फैसला किया तब, उसने बिना किसी नुकसान के 79 रन बनाए थे। अक्षय वाडकर (50) और संजय रामास्वामी (27) नाबाद पवेलियन लौटे थे।
इससे पहले शेष भारत की पारी विहारी के इर्द-गिर्द घूमती रही। पारी के 106वें ओवर में आदित्य सरवटे (3/97) ने जयंत को आउट कर विदर्भ को दिन की पहली सफलता दिलाई। उनके आउट होने के बाद विहारी ने शाहबाज नदीम (15) के साथ 58 रन जोड़े। विहारी आउट होने वाले आखिरी खिलाड़ी रहे, जिनका विकेट भी सरवटे ने ही लिया। उन्होंने 327 गेंद की मैराथन पारी में 23 चौके और तीन छक्के जड़े।