ऑस्ट्रेलिया में रन बरसाने का पुजारा को मिल सकता है इनाम, बीसीसीआई कर रहा है विचार
पुजारा को ऑस्ट्रेलिया में अच्छे प्रदर्शन का इनाम जल्द ही मिल सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे चार टेस्ट मैचों की सीरीज में चेतेश्वर पुजारा के धमाकेदार प्रदर्शन का इनाम उन्हें जल्द ही मिल सकता है। बीसीसीआई अब उन्हें ए से ए प्लस कैटेगरी में शिफ्ट कर सकता है। इस मध्यक्रम के बल्लेबाज को टॉप कैटेगरी में शामिल करने के लिए नियमों में भी छूट दी जा सकती है।
पुजारा ने इस टेस्ट सीरीज में अब तक खेल सात पारियों में 74.42 की औसत से 521 रन बनाए हैं जिसमें तीन शतक भी शामिल हैं। पुजारा के इस प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम इस वक्त पहली बार ऑस्ट्रेलिया में कोई टेस्ट सीरीज जीतने की कगार पर खड़ी है। उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए बीसीसीआई ने उन्हें ये इनाम देने का विचार कर रहा है। ऐसा सुनने में आ रहा है कि सीओए की चीफ विनोद राय सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन एमएसके प्रसाद टीम मैनेजमेंट यानी कप्तान विराट और कोच रवि शास्त्री के साथ मिलकर इस पर काम करेंगे।
वर्ष 2018 में बने नए अनुबंध में ए प्लस कैटेगरी में सात करोड़ रुपए देने का प्रावधान बनाया गया था जबकि ए कैटेगरी को पांच करोड़ व बी और सी कैटेगरी को तीन और एक करोड़ रुपए देने की बात कही गई थी। पुजारा फिलहाल ए कैटेगरी में हैं। ए प्लस कैटेगरी में इस वक्त पांच खिलाड़ी हैं जिसमें कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन शामिल हैं। बीसीसीआइ के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि पुजारा के इस बेजोड़ प्रदर्शन का उन्हें सही ईनाम मिलना चाहिए और इसके लिए सीओए चीफ टीम मैनेजमेंट और चीफ सेलेक्टर के साथ मिलकर सभी नियमों पर चर्चा करेंगे। इसमें ये भी चर्चा होगी कि पुजारा को इन नियमों से राहत देते हुए क्या ए प्लस कैटेगरी में शामिल किया जा सकता है या नहीं।
ए प्लस कैटेगरी में उन खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है जो टीम के लिए क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खेलते हों और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों। पुजारा भारत के लिए सिर्फ टेस्ट मैच खेलते हैं ऐसे में उन्हें इस कैटेगरी में नहीं रखा गया है लेकिन उनके बेहतरीन प्रदर्शन ने बीसीसीआई को मजबूर कर दिया है कि उन्हें ए प्लस ग्रेड में रखा जाए। अगर ऐसा होता है तो ये युवाओं के लिए शानदार संदेश हैं जो टेस्ट क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बूते और आगे बढ़ सकते हैं। जब बीसीसीआई अधिकारी से पूछा गया कि अगर सीओए की मेंबर डायना इडुल्जी ने इस कदम पर विरोध जताया तो क्या होगा इस पर उन्होंने कुछ कहने से इंकार कर दिया।
टेस्ट के स्पेशलिस्ट बल्लेबाज पुजारा को पिछले चार-पांच वर्षों से आइपीएल की टीम द्वारा लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। 18 टेस्ट शतक लगाने वाले पुजारा ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में जो योगदान दिया है उसके लिए उन्हें सही सम्मान मिलने की जरूरत है।