फिक्सिंग की बात स्वीकर करने वाले कनेरिया के खिलाफ फिर से हो सकती है जांच
कनेरिया ने ये स्वीकार किया था कि उन्होंने छह वर्ष पहले स्पॉट फिक्सिंग की थी।
कराची, प्रेट्र। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड एक बार फिर से बैन स्पिनर दानिश कनेरिया के खिलाफ फ्रेश जांच करा सकती है। कनेरिया ने ये स्वीकार किया था कि उन्होंने छह वर्ष पहले स्पॉट फिक्सिंग की थी। कनेरिया को इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने वर्ष 2012 में लाइफ टाइम के लिए बैन कर दिया था। इसके बाद इसी वर्ष पीसीबी ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए उनके बैन को जारी रखा था। कनेरिया इंग्लिश काउंटी मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे। कनेरिया ने अपने लाइफ टाइम बैन के खिलाफ अपील की थी लेकिन वो इस केस को हार गए थे और ईसीबी को अब भी एक लाख पाउंड की रकम चुकानी है।
पीसीबी की तरफ से कहा गया कि कनेरिया ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और निश्चित तौर पर ये काफी संजीदा मामला है। इस सप्ताह पीसीबी के चेयरमैन अहसान मनी अपनी लीगल टीम के साथ-साथ बोर्ड के एंटी-करप्शन यूनिट और विजिलेंस के अधिकारियों से बात करेंगे और फैसला किया जाएगा कि उनके खिलाफ फिर से जांच की जाए। पीसीबी अधिकारी ने कहा कि कनेरिया पर जो बैन लगाया गया है वो फैसला विदेशी धरती पर किया गया था। अब पाकिस्तान में उनके खिलाफ जांच होगी और पता लगाया जाएगा कि इससे यहां के क्रिकेट पर क्या असर पड़ेगा क्योंकि उनका संबंध फिक्सरों से है। कनेरिया पर लाइफ टाइम बैन लगा हुआ है इस वजह से बोर्ड उनके साथ थोड़ी नरमी से पेश आएगा लेकिन उन्हें क्रिकेट से हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है। दानिश को किसी भी चैनल या फिर रेडियो पर भी एक्टपर्ट के तौर पर भी अपनी सेवा देने से बैन किया जा सकता है। पिछले दिनों पीसीबी को ये सूचना मिली थी कि कनेरिया बैंकाक में एक प्राइवेट इवेंट में खेले थे।
स्पॉट फिक्सिंग की समस्या वर्ष 2010 से पीसीबी के साथ रही है। पाक के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट और तेज गेंदबाज मो. आसिफ और मो. आमिर भी इसकी वजह से पांच वर्ष के लिए बैन कर दिए गए थे। इन तीनों खिलाड़ियों को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान फिक्सिंग का दोषी पाया गया था। वहीं कनेरिया काउंटी मैच के दौरान एसेक्स के खिलाफ खेलते हुए फिक्सिंग की थी। इसके अलावा पिछले वर्ष पीसीबी के एंटी करप्शन यूनिट ने सरजील खान, खलील लतीफ, शाहजैब हसन और नासिर जमशेद को पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान फिक्सिंग का दोषी पाया था और उन्हें बैन कर दिया था।