पाकिस्तानी स्पिनर को अब भी सता रहा है सचिन के नहीं आउट होने का दर्द, बीत गए हैं 9 साल
Saeed Ajamal on Sachin Tendulkar सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ साल 2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में 85 रन बनाए थे जिसकी वजह से मैच ही पलट गया था।
कराची, प्रेट्र। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर सईद अजमल साल 2011 वनडे विश्व कप की उस बुरी याद से अब तक नहीं उबर पाए हैं जिसमें वो सचिन तेंदुलकर को आउट करने से रह गए थे। वहीं उस सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान को भारत के हाथों हार मिली थी। अजमल का वो जख्म फिर से ताजा हो गया क्योंकि उस वक्त के फील्ड अंपायर इयान गोल्ड ने हाल ही में कहा था कि सचिन तेंदुलकर वास्तव में आउट थे।
साल 2011 वनडे विश्व कप सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन ने 85 रन की अहम पारी खेली थी। ये मैच मोहाली में खएला गया था और जब सचिन 23 रन पर खेल रहे थे तब अजमल की एक गेंद पर अंपायर इयान गोल्ड ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया था, लेकिन बाद में थर्ड अंपायरा बिली बाउडेन ने रीव्यू के बाद फील्ड अंपायर के फैसले को पलटते हुए उन्हें नॉट आउट करार दिया था। इयान गोल्ड इस वक्त आइसीसी एलिट पैनल के अंपायर हैं और हाल ही में उन्होंने खुलासा किया था कि उन्होंने उस मैच में सचिन को जो आउट दिया था वो अब भी अपने उस फैसले पर अडिग हैं।
42 साल के अजमल ने कहा कि वो गेंद बिल्कुल सामने की तरफ सीधी थी और मैं सौ फीसदी श्योर हूं कि सचिन आउट थे। शाहिद अफरीदी, कामरान अकमल, बहाव रियाज और अन्य खिलाड़ियों ने भी मुझसे कहा था कि सचिन आउट थे और मैंने भी तब कहा था कि वो वापस जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये निराशा से भरा हुआ फैसला था जब थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। मैं सचिन को टेस्ट में कभी भी गेंदबाजी करने का मौका हासिल नहीं कर पाया ऐसे में जब भी मुझे सफेद गेंद क्रिकेट में उनके खिलाफ खेलने का मौका मिला मैंने हमेशा अपना बेस्ट करने की कोशिश की।
अजमल ने कहा कि सचिन को आउट नहीं दिया जाना तो निराश करने वाला था ही, लेकिन उससे भी ज्यादा दुखद टीम का हारना था और सचिन के 85 रन ने सबकुछ बदलकर रख दिया। आज भी मुझे तीसरे अंपायर का वो फैसला चकराकर रख देता है। शायद उस दिन किस्मत उनसे साथ थी और वो अपनी टीम के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पारी खेल पाए।
पाकिस्तान के लिए 35 टेस्ट में 178 विकेट, 113 वनडे में 183 विकेट और 64 टी20 इंटरनेशनल में 85 विकेट लेने वाले सईद अजमल ने कहा कि अंपायर गोल्ड अपने उस फैसले के बाद निराश नजर आए जिसे तीसरे अंपायर ने पलट दिया। अजमल की गेंदबाजी एक्शन पर साल 2014 में रिपोर्ट की गई और उसके बाद वो टीम में वापसी नहीं कर पाए। साल 2017 में उन्होंने क्रिकेट से रिटायरमेंट ले ली।