प्रोफेसर के नाम से मशहूर इस पाकिस्तानी ओपनर ने टेस्ट क्रिकेट को कहा 'अलविदा'
2003 में कराची में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने वाले हफीज ने पिछले 54 टेस्ट मैचों में 3644 रन बनाए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑलराउंडर मुहम्मद हफीज न्यूजीलैंड के साथ यहां जारी तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। 38 वर्षीय हफीज ने चयनकर्ताओं को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा है कि अब वह अपना पूरा ध्यान सीमित ओवर क्रिकेट पर लगाना चाहते हैं।
हफीज ने पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक बनाने के बाद से पिछली सात पारियों में केवल 66 रन बनाए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ वे दो टेस्ट मैचों में 20, 10 और 9 रन ही बना पाए। पाकिस्तान ने दूसरा टेस्ट पारी और 16 रनों से जीतकर दो मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी की। न्यूजीलैंड ने पहला टेस्ट 4 रनों से जीता था। हफीज ने कहा, 'मुझे लगता है कि अब समय आ गया है। मैं संन्यास की घोषणा कर रहा हूं और मुझे खुशी है कि मैंने अपने करियर में कड़ी मेहनत की।'
2003 में कराची में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने वाले हफीज ने पिछले 54 टेस्ट मैचों में 3644 रन बनाए हैं। इनमें 10 शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने 34 की औसत से 53 विकेट भी अपने नाम किए हैं। पाकिस्तान टीम में प्रोफेसर के नाम से मशहूर हफीज टेस्ट फॉर्मेट में उतना कमाल नहीं कर पाए, जितनी उनसे उम्मीद की जाती है लेकिन वनडे क्रिकेट में उन्होंने इसकी थोड़ी कसर निकाल ली।
हफीज ने पाकिस्तान की तरफ से 203 वनडे मैचों में 32 से ज्यादा की औसत से 6153 रन बनाए हैं, इस दौरान इस बल्लेबाज के बल्ले से 11 शतक और 32 अर्धशतक निकले, बल्ले के साथ इस खिलाड़ी ने गेंदबाजी में भी अहम योगदान दिया है। हफीज अब तक 137 विकेट ले चुके हैं, वनडे फॉर्मेट में उनकी गेंदबाजी औसत भले ही 37 के करीब हो लेकिन इकोनोमी केवल 4.10 की है, जो शानदार है।