धौनी ने कहा, खत्म हुआ प्रयोग का दौर
करो या मरो के फेर में फंसी टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को होने वाले त्रिकोणीय वनडे सीरीज के मैच में शीर्ष क्रम में पिंच हिटर के साथ प्रयोग करने की जगह अपने तीन नियमित सलामी बल्लेबाजों के साथ उतरने की तैयारी में हैं।
सिडनी। करो या मरो के फेर में फंसी टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को होने वाले त्रिकोणीय वनडे सीरीज के मैच में शीर्ष क्रम में पिंच हिटर के साथ प्रयोग करने की जगह अपने तीन नियमित सलामी बल्लेबाजों के साथ उतरने की तैयारी में हैं।
धौनी ने कहा, हमारे पास तीन सलामी बल्लेबाज हैं। मुझे कोई अच्छा कारण नजर नहीं आता कि मैं पिंच हिटर उतारूं। तीनों तेजी से रन बना सकते हैं और बाउंड्री मारने तथा रन लेने में सक्षम हैं। टूर्नामेंट के बाकी मैचों में रोटेशन नीति को खत्म करने का संकेत देते हुए धौनी ने कहा, जब ये तीनों खेल रहे हों तो पिंच हिटर की कोई जरूरत नहीं है। भारत को अब सिर्फ दो मैच खेलने हैं और अगर वह कल हार जाता है तो उसे श्रीलंका के खिलाफ हर हाल में बोनस अंक के साथ जीत दर्ज करनी होगी। मौजूदा टूर्नामेंट में श्रीलंका की वापसी और कप्तान महेला जयवर्धने के पारी की शुरुआत करते हुए 61, 45 और 85 रन के स्कोर के साथ बल्ले से योगदान देने का उदाहरण रखते हुए धौनी ने कहा, दोनों छोर से नई गेंदों के इस्तेमाल से खेल थोड़ा बदल गया है। अगर शीर्ष क्रम कुछ अधिक समय मैदान पर बिताए और हमारे पास विकेट बचे हैं तो हम अंत में तेजी से रन बटोर सकते हैं।
धौनी ने कहा, हमारे लिए यही मंत्र है। अब तक प्रदर्शन बेहतरीन नहीं रहा है। हमारे मजबूत पक्ष श्रीलंका और आस्ट्रेलिया से अलग हैं। अपने मजबूत पक्षों पर कायम रहना अहम है। प्रत्येक मैच के साथ सीखना महत्वपूर्ण है विशेष तौर पर उन क्षेत्रों में जहां एक टीम के रूप में हमें सुधार करना है। यह अहम है कि हम उन गलतियों को नहीं दोहराएं जो हम एक टीम के रूप में कर रहे हैं। इससे हमें अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। यह पूछने पर कि क्या इरफान पठान के योगदान देने के बाद अतिरिक्त गेंदबाज को खिलाया जा सकता है, धौनी ने कहा, गेंदबाजी से अधिक हमें बल्लेबाजी में जूझना पड़ा है। सातवें नंबर पर इरफान और आठवें नंबर पर अश्विन के होने से हमारी बल्लेबाजी बहुत मजबूत नहीं है। इस मैच में कम से कम यह विकल्प नहीं है। भविष्य में अगर हम अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों और शीर्ष पांच या छह बल्लेबाज काफी अच्छा खेल रहे हों तो यह विकल्प हो सकता है। कप्तान ने अंतिम एकादश में एक अतिरिक्त बल्लेबाज को उतारने के सुझाव को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, आपको सकारात्मक और नकारात्मक पक्ष दोनों को ध्यान में रखना होगा। अगर विरोधी टीम 20 से 30 अतिरिक्त रन बना लेती है तो अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ भी इस लक्ष्य को हासिल करना मुश्किल हो जाता है। धौनी ने कहा, इरफान ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उसकी गेंदबाजी अच्छी रही है, नई गेंद से भी और बीच के आवरों तथा डेथ ओवरों में भी। तेज गेंदबाजी आलराउंडर का होना अच्छा है लेकिन मैं उस पर दबाव नहीं डालूंगा। मैं अब भी उसे गेंदबाज कहूंगा जो बल्लेबाजी कर सकता है।
भारतीय टीम चोटों से भी जूझ रही है। धौनी ने जहीर खान की पिंडली में चोट की पुष्टि की जबकि आर विनय कुमार का भी मांसपेशियों में खिंचाव के कारण कल खेलना संदिग्ध है। धौनी ने कहा कि विनय के अनुपलब्ध होने पर ही वह प्रवीण कुमार के बारे में सोचेंगे। प्रवीण हालांकि अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में नहीं हैं। भारतीय कप्तान ने साथ ही खुलासा किया कि भरोसेमंद गेंदबाजों में शामिल रहे प्रवीण की गेंदबाजी गति कम हुई है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर