भारत के इस खिलाड़ी ने छेड़ दी स्पॉट की जंग, देखना अब खेल बनेगा दिलचस्प
पांडे ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं भारत के लिए 4 से लेकर नंबर 6 तक मध्यक्रम में बल्लेबाजी करता हूं।
कोलंबो, पीटीआइ। भारत और श्रीलंका के बीच गुरुवार को खेले गए चौथे वनडे में अर्धशतक जमाने वाले भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज मनीष पांडे ने कहा कि वह टीम इंडिया के अंतिम एकादश में जगह पक्की करने की कोशिश में लगे हैं। भारत ने चौथे वनडे में श्रीलंकाई टीम पर 168 रनों की विशाल जीत हासिल कर सीरीज में 4-0 की बढत बना ली है।
मनीष पांडे ने गुरुवार रात को मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं भारत के लिए 4 से लेकर नंबर 6 तक मध्यक्रम में बल्लेबाजी करता हूं। मुझे टीम में जिस भी स्थान पर बल्लेबाजी मिले, मैं उसके लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा मौका मिलने पर मैं रन बनाकर टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहूंगा।'
पांडे ने आगे कहा, 'आप जितना अच्छा खेलते रहेंगे, क्रम में ऊपर भी आ सकते हैं। फिलहाल मेरी यही कोशिश है कि अपने लिए एक जगह पक्की करूं और भारत के लिए मैच जीतूं।’
पांडे ने कहा, 'भारत ए के लिए बल्लेबाजी के दौरान भी मैं इसी तरह खेलता था। मेरे लिये बहुत ज्यादा फर्क नहीं रहा और मैंने यह नहीं सोचा कि लंबे समय बाद यह मेरा पहला मैच है। मैं नेट पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था।' उन्होंने कहा शुरुआत में मैंने विकेट पर समय बिताने का फैसला किया, जिसके बाद मैंने 6-10 गेंदों को खेलकर विकेट के बारे में पता लगाने की कोशिश की।
उन्होंने कहा विराट कोहली और रोहित दोनों की शानदार शतकीय बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने दूसरे विकेट के लिए 219 रनों की साझेदारी की। जिस कारण भारत पांच विकेट पर 375 रनों का विशाल स्कोर बना पाया। पांडे और महेंद्र सिंह धौनी ने छठे विकेट के लिए 101 रन की साझेदारी की।
बता दें कि इस समय भारतीय क्रिकेट टीम में टॉप सिक्स को लेकर कड़ा संघर्ष देखने को मिल रहा है। केदार जाधव, अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल और मनीष पांडे एक-दूसरे को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ चौथे वनडे में मनीष पांडे ने 42 गेंदों पर नाबाद अर्धशतक जड़कर खुद को इस रेस में सबसे आगे कर लिया है।
गौरतलब है कि 27 वर्षीय मनीष पांडे अब भारतीय टीम का अहम हिस्सा बनते जा रहे हैं। उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी टीम में शामिल किया गया था लेकिन चोटिल होने की वजह से टूर्नामेंट से ठीक पहले वो टीम से बाहर हो गए थे।