हैडिन को टीम में नहीं लेना सबसे कठिन फैसलों में से एक : लीमैन
लीमैन ने इस पर सफाई देते हुए कहा- हमने इस मामले में खुलकर बात की थी। हम सभी हैडिन को प्यार करते हैं।
बर्मिंघम। ऑस्ट्रेलिया के कोच डैरेन लीमैन को एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में ब्रेड हैडिन की जगह पीटर नेविल को टीम में मौका दिए जाने के विवादित फैसले ने सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है।
हैडिन ने अपनी बेटी की खराब तबीयत के कारण दूसरे टेस्ट से अपना नाम वापस ले लिया था। हालांकि लॉर्ड्स टेस्ट में पीटर नेविल ने प्रभावी प्रदर्शन किया था और बर्मिंघम में उन्हें एक बार फिर आजमाया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे ऑस्ट्रेलियाई खेमे में थोड़ी खलबली मच गई है। यह देखते हुए कि हैडिन ने निजी कारणों से एक टेस्ट से खुद को किनारे किया था। यह अनुमान लगाया जा रहा था कि जब वह वापसी करेंगे तो तुरंत ही टीम में जगह बना लेंगे। मगर यह संभव नहीं हो सका।
लीमैन ने इस पर सफाई देते हुए कहा- हमने (हैडिन और मैंने) इस मामले में खुलकर बात की थी। हम सभी हैडिन को प्यार करते हैं। खिलाडी़ भी हैडिन को चाहते हैं, उनके प्रति सभी की अलग भावनाएं हैं, लेकिन पेशेवर खेल का यह एक हिस्सा है (हैडिन को बाहर बिठाना) । हमारी टीम इस परिस्थिति से सर्वश्रेष्ठ तरीके से उबरने की कोशिश कर रही है।
कोच ने आगे कहा कि हमारे लिए हैडिन को बाहर बिठाना सबसे कड़े फैसलों में से एक था। मुझे पता है कि 'परिवार पहले'होता है और हम उस पर अभी भी अडिग है। हम ब्रेड और उनके परिवार की चिंता करते है, लेकिन तीसरे टेस्ट के लिए सर्वश्रेष्ठ एकादश का फैसला करने के इरादे से यह फैसला लिया गया।
लीमैन ने बताया कि हैडिन को बाहर करने के लिए उनका प्रदर्शन भी जिम्मेदार है। हैडिन ने पिछले 12 टेस्ट में 15 की औसत से 250 रन बनाए जबकि 21 में से 16 बार विकेट के पीछे गेंद को लपका। उनका प्रदर्शन गिर गया था।
क्लार्क का किया समर्थन
इस बीच लीमैन ने संघर्षरत माइकल क्लार्क का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें जितना भी समय अपने खराब फॉर्म से उबरने में लगे, वो ले सकते हैं।
मौजूदा सीरीज में क्लार्क की औसत 18.80 ही रही है। इंग्लैंड के खिलाफ पिछली दस पारियों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 38 रहा। इसकी वजह से क्लार्क के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं। लीमैन ने कहा कि वह कप्तान है और उसे जितना भी समय खराब दौर से उबरने में लगे, वो ले सकते हैं।