भारत को हराने के लिए दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी रणनीति थी ये
ये भारतीय खिलाड़ी द. अफ्रीकी टीम की रणनीति का सबसे बड़ा हिस्सा थे।
केपटाउन। वर्नोन फिलेंडर की अगुआई में अपने तेज गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम ने पहले टेस्ट मैच में भारत को 72 रनों से हराया। न्यूलैंड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट को चार दिन से भी कम समय में जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। इस मैच ने तेज और उछालयुक्त गेंदों को खेलने की भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी को एक बार फिर उजागर कर दिया। भारत के खिलाफ मिली इस जीत के सूत्रधार रहे तेज गेंदबाज फिलेंडर का कहना है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली के बल्ले पर अंकुश लगाना उनकी रणनीति थी जिस पर अमल करने में वे कामयाब रहे।
करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दूसरी पारी में छह विकेट लेने वाले फिलेंडर ने कहा कि विराट बेहतरीन बल्लेबाज हैं और उनके बल्ले को खामोश रखना जरूरी था। हमने यही किया। यह पूछने पर कि कोहली के आउट होने के बाद उन्होंने कुछ कहा, तो फिलेंडर ने कहा कि नहीं। मैने उनसे कुछ नहीं कहा। मैं अपने खिलाडि़यों की हौसलाअफजाई कर रहा था और हमारा ध्यान इसी पर होता है। मुझे पता था कि विराट बहुत बड़ा विकेट है और उन्हें आउट करके हम जश्न मना रहे थे।
भारत के सामने सिर्फ 208 रन का लक्ष्य था और फिलेंडर को पता था कि तेज आक्रमण की जिम्मेदारी लेकर उन्हें टीम को अच्छी स्थिति में लाना होगा। फिलेंडर ने कहा कि जब आपने सिर्फ 208 रन का लक्ष्य रखा हो तो किसी एक को जिम्मेदारी लेनी होती है। आप बाद के लिए रुक नहीं सकते, क्योंकि हो सकता है कि बाद में मौका नहीं मिले।
भारत ने एक समय सात विकेट 82 रन पर गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद रविचंद्रन अश्विन और भुवनेश्वर कुमार ने आठवें विकेट के लिए 49 रन जोड़े। इस साझेदारी को भी फिलेंडर ने अश्विन का विकेट झटककर तोड़ा। फिलेंडर ने कहा कि आपको ऐसे समय में संयम रखने की जरूरत होती है। हमें पता था कि आखिरी तीन विकेट ले सकते हैं और जो टीम संयम रखेगी, वही जीतेगी। हमने वही किया।