पुजारा की इस 'चाल' ने श्रीलंका का दम निकाला, क्या आपने इस पर ध्यान दिया?
चेतेश्वर पुजारा दूसरे दिन श्रीलंकाई गेंदबाजों को फिर से परेशान करने के लिए तैयार होंगे।
शिवम् अवस्थी, नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के दूसरे मुकाबले में चेतेश्वर पुजारा लगातार दूसरा शतक जड़ने में सफल रहे हैं और मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने तक नाबाद 128 रन बना चुके थे। अपनी इस पारी के बीच में पुजारा ने अपनी सबसे बड़ी ताकत का एक ऐसा नमूना पेश किया जिसने श्रीलंका को बेहाल कर दिया। पुजारा की इस लाजवाब 'चाल' ने जहां गेंदबाजों के पसीने छुड़ाए वहीं दर्शकों के संयम की परीक्षा भी ली।
- वो एक गेंद.....
भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को यूं ही आज का राहुल द्रविड़ नहीं कहा जाता। उनके अंदर संयमित बल्लेबाजी करने और फिर अपनी पारी को सही समय पर रफ्तार देने की ऐसी लाजवाब क्षमता मौजूद है जो किसी भी टीम के पसीने छुड़ा दे। कोलंबो टेस्ट के पहले दिन (गुरुवार) जब पहला विकेट गिरने के बाद पुजारा पिच पर आए तो उनको स्थिति का अंदाजा था। उन्हें बखूबी पता था कि यहां उनका टिकना बेहद जरूरी है। वो 34 गेंदों में 14 रन बना चुके थे और दूसरे छोर पर लोकेश राहुल 44 रन बनाकर मजबूती से खेल रहे थे। मुकाबला 21वें ओवर तक पहुंच गया था और ये ओवर श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर रंगना हेराथ के हाथों में था। इस ओवर की अंतिम गेंद पर हेराथ ने ऐसी फिरकी डाली जिस पर पुजारा भी चूकते नजर आए। पुजारा ने खेलने की कोशिश और ये बड़ी चूक साबित होने वाली थी क्योंकि गेंद बल्ले के बाहरी किनारे से रफ्तार के साथ निकली। कमेंटेटर्स ने भी माना कि ये दिन की सर्वश्रेष्ठ गेंद थी और पुजारा बाल-बाल बचे।
- फिर शुरू हुआ पुजारा का खेल
उस एक गेंद के बाद श्रीलंकाई स्पिनरों का सीना चौड़ा हो गया था। उनको शायद अहसास था कि हेराथ ने पुजारा को अपनी फिरकी में फंसा लिया है और अब इसी लाइन पर गेंदबाजी करते हुए विकेट हासिल किया जा सकता है। हालांकि दूसरे छोर पर पुजारा भी इस चीज को भांप चुके थे। पुजारा ने इसका नमूना भी पेश किया। अगली 30 गेंदों तक चेतेश्वर पुजारा ने एक रन भी नहीं बनाया। हेराथ और स्पिनर दिलरुवान परेरा एक के बाद एक ओवर करते रहे लेकिन पुजारा ने जैसे कसम खा ली थी कि वो कोई जोखिम नहीं उठाने वाले। उन्होंने 21वें ओवर की उस एक गेंद से लेकर 30वें ओवर तक एक रन भी नहीं बनाया जिस बीच राहुल का अर्धशतक और लंच ब्रेक भी हुआ। पुजारा का स्कोर इस बीच 14 रन पर ही टिका रहा। उन्होंने इस कदर श्रीलंकाई गेंदबाजों को बेबस किया कि धीरे-धीरे वो अपनी लाइन से भटकने पर मजबूर हो गए और फिर 30वें ओवर की दूसरी गेंद पर उन्होंने आखिरकार तीन रन लेकर अपना स्कोर 14 रन से आगे बढ़ाया।
- .....और उसके बाद दिखा पुजारा का 'पार्ट-2'
लंच के बाद तक पुजारा श्रीलंकाई गेंदबाजों की फिरकी व उनकी रणनीति को अपने संयम के दम पर फेल कर चुके थे। इसके बाद धीरे-धीरे वो सही मौकों पर अच्छे शॉट्स खेलते रहे और अपनी पारी को रफ्तार देने लगे। आलम ये था कि जब वो टी-ब्रेक के लिए गए तो उनका स्कोर 140 गेंदों पर 89 रन था और इससे भी दिलचस्प बात ये थी कि उनके पिछले 70 रन महज 71 गेंद पर बने थे। यानी पहले उन्होंने श्रीलंकाई गेंदबाजों की परीक्षा ली, उनकी लाइन बिगाड़ी और बाद में उन पर प्रहार करना शुरू कर दिया। दिन के अंत तक वो 225 गेंदों पर 128 रन बना चुके थे जिसमें दस चौके और एक छक्का शामिल था। वहीं रहाणे (नाबाद 103) ने भी शतक जड़ दिया और स्कोर 3 विकेट पर 344 रन तक जा पहुंचा।