ये स्कोरकार्ड दर्द देने वाला है, 6 साल पहले इसी मैदान पर भारत को लगा था झटका
पूरी उम्मीद है कि एंटीगा के इस मैदान पर भारतीय टीम मजबूती से उस हार का बदला लेगी।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। भारत और वेस्टइंडीज के बीच तमाम वनडे सीरीज खेली जा चुकी हैं लेकिन 6 साल पहले वेस्टइंडीज दौरे पर टीम इंडिया को एक करारा झटका लगा था जिसका दर्द आज भी खिलाड़ियों के दिल में होगा। वो झटका उसी मैदान पर लगा था जिस पर टीम इंडिया शुक्रवार को फिर उतरने वाली है। पिछले छह सालों में भारत दोबारा कभी इस मैदान पर वनडे मैच खेलने नहीं उतरा, ऐसे में विराट सेना किसी भी हाल में उस करारी हार का बदला लेना चाहेगी।
- छह साल पहले, वही महीना
भारत ने छह साल पहले इसी महीने जब वेस्टइंडीज दौरा किया था, तब भी हमारी टीम विरोधी टीम के मुकाबले बेहद मजबूत थी। उस दौरे पर पांच मैचों की वनडे सीरीज के पहले तीन मुकाबले भारत जीत चुका था और भारतीय टीम अगले दो मुकाबले जीतकर पूरा सफाया करना चाहती थी। चौथा वनडे एंटीगा के सर विव रिचर्ड्स स्टेडियम पर खेला गया था और वेस्टइंडीज यहां लाज बचाने उतरा था।
- विश्व चैंपियन टीम को करारा झटका
उसी साल अप्रैल में भारत विश्व चैंपियन बना था। 13 जून 2011 को सुरेश रैना की कप्तानी में भारतीय टीम मैदान पर उतरी। मौजूदा कप्तान विराट कोहली भी उस टीम का हिस्सा था लेकिन उस समय तक उनके सिर कप्तान का ताज नहीं सजा था। मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। पिछले तीन मैचों में हार झेल चुकी वेस्टइंडीज की टीम मैदान पर उतरी और ओपनर लेंडल सिमंस ने 67 रनों की पारी खेली। वेस्टइंडीज ने 89 रन पर अपने 4 विकेट गंवा दिए थे लेकिन पहले सिमंस और बाद में कीरोन पोलार्ड ने 70 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को संभाल लिया। वेस्टइंडीज ने 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 249 रन बनाए।
जवाब में उतरी भारतीय टीम का भी हाल शुरुआत में वेस्टइंडीज जैसा रहा और उन्होंने 82 रन पर अपने चार विकेट गंवा दिए..लेकिन मध्यक्रम में कोई भी भारतीय बल्लेबाज पारी को संभाल नहीं सका। विराट कोहली 22 रन, रोहित शर्मा 39 रन और कप्तान सुरेश रैना 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। नतीजतन भारतीय टीम शर्मनाक ढंग से 39 ओवर में 146 रन पर सिमट गई। वेस्टइंडीज की तरफ से एंथनी मार्टिन ने चार विकेट, आंद्रे रसेल ने तीन विकेट, सैमी ने दो विकेट और सिमंस ने एक विकेट लिया। वेस्टइंडीज ने ये मैच 103 रनों से जीता। जबकि सीरीज का अंतिम मैच में भी वेस्टइंडीज ने 7 विकेट से जीता।
- इस बार क्या है बदलाव?
उस मैच के बाद से भारत कभी भी इस मैदान पर दोबारा नहीं उतरा। वो हार भारतीय टीम के लिए झटका देने वाली थी लेकिन एक हकीकत ये भी है पिछले छह सालों में काफी कुछ बदल चुका है। सबसे पहली बात ये कि आज दोनों टीमों के कप्तान बदल चुके हैं। इस बार डेरेन सैमी नहीं बल्कि युवा जेसन होल्डर टीम की कमान संभाल रहे हैं जबकि भारतीय टीम की कमान विराट कोहली जैसे दिग्गज के हाथों में है। वेस्टइंडीज के कई क्रिकेट मैचों को करीब से देख चुके खेल पत्रकार विभोर कुमार कहते हैं, 'पिछले पांच सालों में भारतीय टीम में बड़ा बदलाव आया है और पिछले कुछ आंकड़े आज की तुलना में नहीं देखे जा सकते। हां, इतना जरूर है कि एंटीगा के मैदान पर भारत ने बहुत कम क्रिकेट खेला है जिसका फायदा वेस्टइंडीज को मिल सकता है।'
पिछली बार मेजबान वेस्टइंडीज टीम थोड़ी कमजोर थी लेकिन इस बार उनके हालात उससे भी बदतर हैं। मौजूदा टीम में कोई भी बड़ा नाम मौजूद नहीं है जबकि दिग्गजों से सजी भारतीय टीम पूरी ताकत के साथ वार करने के लिए तैयार बैठी है। पिछली बार उस भारतीय टीम में धौनी, युवराज, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार, रवींद्र जडेजा और अजिंक्य रहाणे जैसे नाम मौजूद नहीं थे। इस बार हम एक ऐसी टीम के खिलाफ खेलने उतरेंगे जो चैंपियंस ट्रॉफी में क्वालीफाइ तक नहीं कर सकी। यूं तो क्रिकेट में कुछ भी मुमकिन है लेकिन हालातों को देखते हुए पूरी उम्मीद है कि एंटीगा के इस मैदान पर भारतीय टीम मजबूती से उस हार का बदला लेगी।
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