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36 के हुए टीम इंडिया के 'मिडास', ये हैं 36 खास बातें, फिल्म में भी नहीं था कुछ का जिक्र

जानिए धौनी की जिंदगी से जुड़ी 36 खास व दिलचस्प बातें।

By Shivam AwasthiEdited By: Published: Thu, 06 Jul 2017 06:58 PM (IST)Updated: Sat, 08 Jul 2017 12:54 PM (IST)
36 के हुए टीम इंडिया के 'मिडास', ये हैं 36 खास बातें, फिल्म में भी नहीं था कुछ का जिक्र

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज व पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी आज 36 साल के हो गए हैं। उन्हें भारतीय क्रिकेट का मिडास कहा जाए तो गलत नहीं होगा, वो राजा जिसने जो छुआ वो सोना हो गया। उनका जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची में हुआ था। क्रिकेट के शीर्ष स्तर पर हर फॉर्मेट में भारत को चैंपियन बनाने वाले इस महान खिलाड़ी का क्रिकेट करियर ही नहीं बल्कि पूरी जिंदगी दिलचस्प और प्रेरणादायक रही है। आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी 36 खास व दिलचस्प बातें।

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1. महेंद्र सिंह धौनी का जन्म पान सिंह और देवकी देवी के घर हुआ था। वो मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के हैं, लेकिन पिता पान सिंह की नौकरी के चलते उनका परिवार उत्तराखंड से रांची पलायन कर गया था। उनका एक भाई (नरेंद्र) और एक बहन (जयंती) हैं।

2. धौनी की खेल में दिलचस्पी फुटबॉल व बैडमिंटन से शुरू हुई थी। फुटबॉल में वो स्कूल टीम के गोलकीपर भी थे, लेकिन कम उम्र में स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर केशव रंजन बेनर्जी ने उनकी प्रतिभा को पहचान लिया। क्रिकेट टीम में विकेटकीपर की गैरमौजूदगी में बेनर्जी ने धौनी को इसके लिए तैयार किया और उसके बाद माही ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

3. 1997-98 में वीनू मांकड़ ट्रॉफी अंडर-16 चैंपियनशिप धौनी के क्रिकेट करियर का पहला बड़ा पल था। उस टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें स्थानीय क्रिकेट सर्किट में एक चर्चित नाम बना दिया था। दसवीं कक्षा पास करने के बाद धौनी ने पूरी तरह से क्रिकेट पर ध्यान देना शुरू कर दिया था।

4. धौनी के करियर में 1999-2000 की कूच बिहार ट्रॉफी की काफी चर्चा होती है। उस टूर्नामेंट के फाइनल में धौनी और युवराज सिंह पहली बार आमने-सामने आए थे। बिहार अंडर-19 टीम की तरफ से खेलते हुए धौनी ने पहली पारी में 84 रन बनाए थे, जबकि उनकी टीम 357 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी। जवाब में पंजाब टीम के कप्तान युवराज सिंह ने अकेले ही बिहार की पूरी टीम से ज्यादा रन बना दिए थे। युवी ने 404 गेंदों पर 358 रन बनाए थे। पंजाब की टीम ने 5 विकेट पर 839 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था।

5. धौनी ने रणजी ट्रॉफी के जरिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की शुरुआत भी 1999-2000 के सत्र में की थी। अपने पहले ही मैच में असम के खिलाफ 18 वर्षीय धौनी ने नाबाद 68 रनों की पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था।

6. उनके क्रिकेट करियर के दौरान एक ऐसा मोड़ भी आया था जब वो असमंजस में पड़ गए थे। 2001 से 2003 के बीच उन कुछ सालों में धौनी ने खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर टीटी की नौकरी भी की।

7. धौनी ने इस बीच अपने क्रिकेट करियर को खड़ा करने के लिए टेनिस बॉल क्रिकेट तक खेला, जिस दौरान अपने दोस्त से सीखा हुआ उनका चर्चित हेलीकॉप्टर शॉट पहली बार फैंस ने देखा।

8. 2003-04 के देवधर ट्रॉफी में धौनी ने ऐसा धमाल मचाया था कि वो छा गए। उन्होंने 4 मैचों में 244 रन बनाकर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था।

9. बीसीसीआइ द्वारा छोटे शहरों में प्रतिभा ढूंढने वाली टीआरडब्ल्यू नाम की एक यूनिट गठित की गई थी। इस यूनिट के प्रकाश पोद्दार ने 2003 में धौनी को झारखंड के लिए खेलते देखा और वो उनके कायल हो गए। उन्होंने इसकी जानकारी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में दे दी।

10. 2003-04 के घरेलू वनडे टूर्नामेंट में धौनी ने इतना धमाल मचाया कि उन्हें सीधे इंडिया-ए टीम में चुन लिया गया। वो उस टीम के साथ जिंबाब्वे और केन्या के दौरे पर गए। 

11. जिंबाब्वे में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद जब इंडिया-ए टीम केन्या पहुंची तो वहां त्रिकोणीय वनडे सीरीज में केन्या के अलावा पाकिस्तान की जूनियर टीम भी मौजूद थी। धौनी ने इस टूर्नामेंट की छह पारियों में 362 रन बनाकर भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का ध्यान पहली बार अपनी तरफ खींचा था।

12. 2000 की शुरुआत से लेकर विश्व कप 2007 के बीच भारतीय क्रिकेट टीम ने दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को विकेटकीपर के रूप में आजमाया था और कई सालों तक उन्हीं से काम चलाया गया। इसी दौरान जब एक विशेषज्ञ विकेटकीपर-बल्लेबाज की जरूरत महसूस हुई तो धौनी के लिए रास्ता खुला।

13. धौनी को पहली बार 2004-05 के बांग्लादेश दौरे के लिए वनडे टीम में शामिल किया गया। यहां बेहद खराब शुरुआत हुई। वो पहले ही मैच में शून्य पर आउट हो गए।

14. खराब शुरुआत के बावजूद भारतीय कप्तान ने उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए चुनने की इच्छा जताई। धौनी ने इस टूर्नामेंट के दूसरे ही मैच में विशाखापट्टनम के मैदान पर पाक के खिलाफ 123 गेंदों पर 148 रनों की धुआंधार पारी खेल डाली। ये किसी भी भारतीय विकेटकीपर द्वारा सबसे बड़ा स्कोर था।

15. श्रीलंका के खिलाफ 2005 की वनडे सीरीज में धौनी का आक्रामक रूप एक बार फिर दिखा जब जयपुर में उन्होंने 145 गेंदों पर नाबाद 183 रनों की धुआंधार पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत दिलाई। ये उनका वनडे का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। उसी साल वनडे क्रिकेट में दिनेश कार्तिक के खराब प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम में भी उनको जगह मिल गई।

16. लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले धौनी अप्रैल 2006 में तब एक बार फिर सुर्खियों में छा गए जब बल्लेबाजों की आइसीसी वनडे रैंकिंग्स में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया। हालांकि ये स्थान एडम गिलक्रिस्ट ने एक हफ्ते बाद उनसे छीन लिया था।

17. माही को लगातार अच्छे प्रदर्शन के आधार पर पहली बार विश्व कप टीम में शामिल किया गया। ये मौका था वेस्टइंडीज में 2007 विश्व कप का।

18. टीम इंडिया 2007 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ हार गई थी। बाद में भारतीय टीम को पहले ही राउंड में बाहर का रास्ता देखना पड़ा था। इसका गुस्सा भारत में दिखा और फैंस ने रांची में उनके घर को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया।

19. धौनी को 2007 में पहली बार वनडे टीम का उपकप्तान बनाया गया और उसी साल जून में उन्हें पहली बार बीसीसीआइ ने ग्रेड-ए का अनुबंध दिया।

20. धौनी को 2007 में पहले टी20 विश्व कप के लिए भारत का कप्तान बनाया गया। सचिन, गांगुली और द्रविड़ जैसे दिग्गजों ने टी20 न खेलने का फैसला लिया था और युवराज ने कप्तान बनने से इनकार कर दिया था। भारत ने ये विश्व कप जीतकर इतिहास रचा और लंबे बालों वाले धौनी दुनिया में छा गए।

21. सितंबर 2007 में ही उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान वनडे टीम का कप्तान बनाया गया जबकि अगले साल नवंबर में कुंबले के संन्यास के बाद उन्हें पूर्ण रूप से तीनों फॉर्मेट में भारत का कप्तान घोषित कर दिया गया। इसके अगले साल यानी 2009 में भारत ने उन्हीं की कप्तानी में आइसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया।

22. 2011 में भारतीय टीम ने उन्हीं की कप्तानी में वनडे विश्व कप जीता। धौनी ने फाइनल में मैच जिताऊ पारी खेली और छक्के के साथ देश का 28 साल का इंतजार खत्म किया।

23. साल 2013 में धौनी की कप्तानी में भारत ने वो खिताब भी जीत लिया जिसकी कसर बाकी थी। ये खिताब था आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का।

24. मार्च 2013 में धौनी ने सौरव गांगुली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान बनने का गौरव हासिल किया। गांगुली की कप्तानी में भारत ने 49 टेस्ट में से 21 में जीत दर्ज की थी। यही नहीं, 2016 में रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ते हुए वो सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी भी बन गए। 

25. दिसंबर 2014 में धौनी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपने व टीम के ढलते प्रदर्शन को देखते हुए अचानक सीरीज के बीच में टेस्ट से संन्यास की घोषणा कर दी। ये जिम्मेदारी उसी समय विराट को सौंप दी गई थी।

26. जनवरी 2017 में धौनी ने अचानक वनडे व टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। इसके साथ ही विराट कोहली तीनों फॉर्मेट के कप्तान बन गए।

27. आइपीएल में धौनी शुरुआत (2008) से ही चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के कप्तान रहे और उनकी कप्तानी में चेन्नई ने 2010 और 2011 में आइपीएल का खिताब, जबकि 2010 और 2014 में चैंपियंस लीग टी20 के खिताब जीते। चेन्नई की टीम दो सालों के लिए निलंबित होने के बाद वो पुणे की टीम के कप्तान बने। फिर 2017 सीजन में अचानक उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया। हालांकि इस टीम के साथ भी वो आइपीएल खिताब जीतने में सफल रहे।

28. 2011 विश्व कप जीत के बाद फोर्ब्स पत्रिका ने धौनी को दुनिया के सबसे अमीर खिलाड़ियों की सूची में 28वें पायदान पर रखा था। वो 28 मिलियन डॉलर की सालाना कमाई के साथ उस समय क्रिकेट इतिहास के सबसे अमीर खिलाड़ी बने थे। फिलहाल ताजा आंकड़ों के मुताबिक विराट कोहली ने उन्हें पीछे छोड़ दिया है और अब तकरीबन 20 मिलियन डॉलर की कमाई के साथ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर क्रिकेटर हैं।

29. धौनी ने 2010 में अपने जन्मदिन से ठीक तीन दिन पहले अचानक देहरादून की साक्षी रावत से शादी कर ली। सबको इन दोनों की नजदीकियों की खबर तो थी लेकिन धौनी ने 3 जुलाई को सगाई की जबकि फटाफट अगले दिन ही शादी करके सबको चौंका दिया था। उन्होंने अपनी शादी में सिर्फ कुछ करीबी लोगों को बुलाया जिसमें क्रिकेटर आरपी सिंह और बॉलीवुड स्टार जॉन अब्राहम भी शामिल थे।

30. धौनी शुरुआत से जॉन अब्राहम के फैन थे और यही वजह थी कि उन्होंने शुरुआत में लंबे बाल रखे हुए थे। बाद में धौनी और जॉन अच्छे दोस्त बन गए और देखते-देखते दोनों ने लंबे बालों से तौबा कर ली। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने एक क्रिकेट मैच के अंत में धौनी के बालों की तारीफ भी की थी और उन्हें अपने बाल न कटाने की सलाह तक दे डाली थी।

31. अपने दोस्त जॉन अब्राहम की तरह धौनी को भी बाइकों का शौक रहा है। जैसे-जैसे कमाई बढ़ती गई, धौनी का बाइक कलेक्शन भी बढ़ता गया। कुछ खबरों के मुताबिक आज धौनी तकरीबन दो दर्जन बाइकों के मालिक हैं। जिसमें हेलकैट, हार्ले डेविडसन जैसे महंगी बाइकों के साथ-साथ उनकी सबसे पुरानी व पहली बाइक भी उनके साथ है।

32. धौनी 6 फरवरी 2015 को पिता बने। साक्षी ने एक बेटी को जन्म दिया जिसका नाम उन्होंने जीवा रखा है।

33. क्रिकेट के अलावा धौनी व्यापार की दुनिया में भी सक्रिय रहे हैं। धौनी हॉकी इंडिया लीग में खेलने वाली टीम रांची रेज के सह-मालिक हैं। इंडियन सुपर लीग में वो चेन्नईयिन फुटबॉल क्लब के सह-मालिक हैं। इसके अलावा बाइक रेसिंग की दुनिया में भी उन्होंने कदम रखा और अभिनेता नागार्जुन के साथ सुपस्पोर्ट विश्व चैंपियनशिप में टीम खरीदी जिसका नाम माही रेसिंग टीम इंडिया रखा गया। 

34. धौनी अपने इस पूरे सफर के दौरान कई अवॉर्ड भी जीतते आए हैं। उन्हें 2007-08 में सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं, क्रिकेट की दुनिया में उन्होंने 2008 और 2009 में आइसीसी वनडे प्लेयर ऑफ द इयर और 2013 में एलजी पीपल्स चॉइस अवॉर्ड भी जीता। इसके अलावा 2008 से 2014 तक लगातार सात सालों तक वो आइसीसी वनडे टीम में शामिल रहे, जबकि 2009, 2010 और 2013 में आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट इलेवन में शामिल रहे। अगस्त 2011 में इंग्लैंड के लेस्टर में स्थित प्रतिष्ठित डी मोंटफोर्ट यूनिवर्सिटी उन्हें मानद उपाधि से सम्मानित कर चुकी है। वहीं, उसी साल नवंबर में उन्हें भारतीय प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल बनाया गया।

35. सातवें महीने की सातवीं तारीख में जन्म लेने वाले धौनी का 7 नंबर से जुड़ाव हमेशा से रहा है। वो इसे अपना लकी नंबर मानते आए हैं। भारतीय टीम हो या आइपीएल की टीम, हर जगह उनका जर्सी नंबर.7 ही रहा है। उनके बल्ले और हेल्मेट से लेकर कीपिंग ग्लव्स तक हर जगह ये नंबर लिखा देखा जा सकता है। उनकी ज्यादातर गाड़ियों व बाइकों में भी यही नंबर छाया हुआ है। 

36. अपने इस स्वर्णिम सफर के दौरान धौनी कई बार विवादों और आलोचनाओं के बीच भी नजर आए। 2013 में उन पर हितों के टकराव का आरोप लगा, दावों के मुताबिक रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में धौनी की हिस्सेदारी थी। सीनियर खिलाड़ियों के टीम से बाहर होने को लेकर भी उन्हें घेरा गया। इसके अलावा युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने धौनी को उनके बेटे के ढलते करियर का जिम्मेदार बताया और काफी आलोचना की। वहीं, 2013 के आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग कांड में जब उनकी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स और टीम के मालिक एन.श्रीनिवासन विवादों में घिरे तो धौनी का नाम भी इसमें घसीटा गया। वहीं, एक मैगजीन के कवर पेज पर भगवान विष्णु के रूप में धौनी का दिखना भी विवादों का कारण बना और मामला अदालत तक जा पहुंचा था। 

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