विराट कोहली की टीम इंडिया पहले टेस्ट में बैकफुट पर, जीतना तो नहीं होगा आसान!
India vs New Zealand first test match मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक तो न्यूजीलैंड की टीम ने भारत पर अपनी पकड़ मजबूत बनाई हुई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। India vs New Zealand first test match: न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच की पहली पारी में मुख्य भारतीय बल्लेबाजों का नहीं चल पाना और दूसरी पारी में भी विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और पृथ्वी शॉ के बल्ले से रन नहीं निकलना टीम इंडिया के हक में तो नहीं है। पहले टेस्ट मैच में तीन दिन का खेल खत्म हो चुका है और हालात ये है कि तीसरे दिन भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 144 रन बना लिए हैं और फिलहाल न्यूजीलैंड से 39 रन पीछे हैं। इस वक्त क्रीज पर अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी बल्लेबाजी कर रहे हैं जबकि आने वाले बल्लेबाजों में रिषभ पंत और आर अश्विन ही ऐसे हैं जिनसे कुछ रनों की आशा की जा सकती है।
इस मैच के खत्म होने में दो दिन का वक्त शेष है और टीम इंडिया की जो हालत है उससे तो यही लग रहा है कि हम मैच में जीत तो दर्ज शायद ही कर पाएंगे। हां, ये मैच ड्रॉ करा ले जाएं तो बहुत ही बड़ी बात होगी। इस वक्त भारतीय टीम को अगर मैच में जीत दर्ज करनी है तो रहाणे और विहारी को चौथे दिन बिना आउट हुए बल्लेबाजी करनी होगी जो आसान नहीं दिखता है। भारत को मैच जीतने के लिए ना सिर्फ चौथे दिन बल्लेबाजी करनी होगी बल्कि कम से कम 300 रन की बढ़त भी लेनी होगी।
अब ये रहाणे, विहारी और रिषभ पर निर्भर करता है कि वो क्या वो सब टीम को इस स्थिति तक ला सकते हैं। हालांकि ये काफी मुश्किल है, लेकिन असंभव भी नहीं दिखता। भारतीय टीम अगर चौथे दिन बल्लेबाजी करते हुए 300 की बढ़त ले लेती है तो पांचवें दिन न्यूजीलैंड को बल्लेबाजी करनी होगी और टेस्ट के आखिरी दिन किसी भी पिच पर बल्लेबाजी आसान तो नहीं होता जिसका फायदा भारतीय गेंदबाज उठा सकते हैं। अब जीत के लिए तो यही फॉर्मुला है तो ड्रॉ का भी यही फॉर्मुला है। अगर टीम इंडिया को किसी भी तरह से 300 की बढ़त मिल जाती है और वो चौथे दिन बल्लेबाजी कर ले जाते हैं तो पांचवें दिन अगर वो किवी टीम को आउट नहीं भी कर पाते हैं तो मैच ड्रॉ हो सकता है।
अगर टीम इंडिया के बल्लेबाज चौथे दिन ज्यादा बढ़त नहीं ले पाते और जल्दी आउट हो जाते हैं तो इस परिस्थिति में भारत को पहला टेस्ट मैच तो गंवाना ही होगा। वैसे भी चौथे दिन खास तौर पर सुबह के वक्त टिम साउथी, ट्रेंट बोल्ड व काइल जैमीसन जैसे गेंदबाजों का सामना करना आसान नहीं होगा। अगर भारतीय टीम पहले एक या दो घंटे निकाल लेती है तो मामला कुछ जम सकता है, लेकिन भारतीय टीम की जीत, हार या ड्रॉ चौथे दिन का पहला सत्र ही तय करेगा।