भारतीय टीम के इस वनडे मैच में स्टेडियम की तैयारी को लेकर खुश नहीं बीसीसीआइ
जौहरी एक-दो दिन में लखनऊ के इकाना स्टेडियम का दौरा करेंगे और उसके बाद आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
इंदौर, जेएनएन। भारत-न्यूजीलैंड के बीच होने वाली सीरीज के तीसरे वनडे को लखनऊ या कानपुर में से किसी एक स्टेडियम में कराने को लेकर उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) ही नहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) भी झूला झूल रहा है। यहां तीसरा वनडे देखने आए बीसीसीआइ सीईओ राहुल जौहरी ने पहले पत्रकारों से कहा कि लखनऊ में बना नया स्टेडियम तैयार नहीं है और यूपीसीए को मिला यह मैच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में ही होगा। जब यह बात सुर्खियां बन गईं तो उन्होंने संदेश पहुंचाया कि ऐसा तो उन्होंने कहा ही नहीं है।
जौहरी एक-दो दिन में लखनऊ के इकाना स्टेडियम का दौरा करेंगे और उसके बाद आधिकारिक घोषणा की जाएगी। हालांकि जौहरी जो भी कहें यह मैच लखनऊ में होने की संभावना बेहद कम है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने अभी इस स्टेडियम के लिए एनओसी नहीं भेजी है। आइसीसी एनओसी से पहले संबंधित राष्ट्र के क्रिकेट संघ को एक नोट भेजती है। अभी तक वह भी बीसीसीआइ को नहीं आया है। जौहरी ने जब इस महीने की शुरुआत में इकाना स्टेडियम का दौरा किया था तब भी वह इससे प्रसन्न नहीं थे।
बीसीसीआइ ने जब न्यूजीलैंड सीरीज के लिए कार्यक्रम घोषित किया था तो 29 अक्टूबर को होने वाले इस मैच की मेजबानी यूपीसीए को सौंपी थी। तब कहा गया था कि यह मैच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम या लखनऊ के इकाना इंटरनेशनल स्टेडियम में होगा। लखनऊ के इस स्टेडियम में दिलीप ट्रॉफी का पहला मुकाबला भी हुआ था और इसका फाइनल भी यहीं हो रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो मैच मुंबई (22 अक्टूबर) और पुणे (25 अक्टूबर) में होंगे। तीसरा मैच कानपुर या लखनऊ में होगा। इसके बाद दोनों टीमों में तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज भी होगी।
इससे पहले दैनिक जागरण ने ही बताया था कि बीसीसीआइ लखनऊ स्टेडियम की तैयारियों से खुश नहीं है। बीसीसीआइ के एक और अधिकारी ने बताया कि आइसीसी ने इस स्टेडियम में मैच आयोजित कराने को लेकर अपनी सहमति नहीं दी है। ऐसे में यहां मैच आयोजित कराना काफी मुश्किल है। हम कोई रिस्क नहीं ले सकते।
जौहरी ने इसके साथ ही इंदौर के होल्कर स्टेडियम की सुविधाओं की भी तारीफ की लेकिन कहा कि अगर मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) अधिक क्षमता के स्टेडियम का निर्माण करने की योजना बनाता है, तो बीसीसीआइ उसे पूरी मदद देगी।