कहीं ये कोई चाल तो नहीं, भारत को जोहानिसबर्ग में प्रैक्टिस के लिए मिली खराब पिच
भारतीय टीम प्रैक्टिस के लिए मिली पिच से खुश नहीं दिखी।
नई दिल्ली, जेएनएन। दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम इस वक्त दक्षिण अफ्रीका में अपनी इज्जत बचाने की कवायद में जुटी है। तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 0-2 से गवां चुकी भारतीय टीम जोहानिसबर्ग टेस्ट जीतने की पूरी कोशिश में जुटी है। इसके लिए टीम कड़ा अभ्यास कर रही है लेकिन भारतीय टीम को प्रैक्टिस के लिए जो पिच मुहैया कराई गई है टीम उससे खुश नहीं है।
भारतीय टीम प्रबंधन वांडरर्स में मिली अभ्यास पिचों से खुश नजर नहीं आया। रविवार की रात को दक्षिण अफ्रीकी मैदानकर्मियों ने नेट की तीनों अभ्यास पिच पर पानी डाल दिया था और इसमें असमान उछाल भी आ रहा था। इस कारण पहले दिन राहुल के घुटने में इशांत की गेंद भी लगी थी। सोमवार को भी राहुल और रोहित को अभ्यास करते समय गेंदें लगीं।
सहायक कोच संजय बांगर और थ्रोडाउन विशेषज्ञ रघु शुरुआत में गेंदबाजों को बल्लेबाजी का अभ्यास करा रहे थे। तभी शास्त्री नेट पर आए तो बांगर ने उनसे कहा कि व्यवस्था कल जैसी ही है। इसके बाद शास्त्री ने दक्षिण अफ्रीका के लोकल सुरक्षाकर्मी से कहकर वांडरर्स के पिच क्यूरेटर को बुलाया। वह क्यूरेटर को लेकर दूसरी तरफ गए और उसके बाद अभ्यास के बीच में ही रोलर लाकर तीनों पिचों पर चलाया गया। इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस में जब शास्त्री से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभ्यास पिच पर ज्यादा पानी डाल दिया गया था जिससे परेशानी हो रही थी।
सेंचुरियन टेस्ट मैच 135 रन से जीतने के बाद द. अफ्रीकी टीम के कोच फाफ डू प्लेसिस ने पिच को लेकर सबके सामने शिकायत की थी कि यहां विकेट स्लो थी और उस पर बाउंस भी ज्यादा नहीं था। उन्होंने ये भी कहा था सेंचुरियन की पिच भारतीय विकेट की तरह बर्ताव कर रही थी। इसके बाद भारतीय टीम ने भी प्रैक्टिस पिच को लेकर अपनी शिकायत जाहिर की है।
भारत व दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच 24 जनवरी से खेला जाएगा। द. अफ्रीका सीरीज में पहले ही जीत हासिल कर चुका है। डू प्लेसिस ने दूसरे टेस्ट मैच में मिले पिच के लिए अपनी नाराजगी जाहिर की थी लेकिन उन्हें इस बात का पूरा यकीन है कि वांडरर्स की पिच उनकी उम्मीदों के मुताबिक होगी और तेज होगी।