ईडन में कुलदीप ने फिर बिखेरी चमक, इस वजह से ये मैदान रहा है उनके लिए खास
कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाज़ी की बदौलत भारत ने पहले टी-20 मुकाबले में वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हरा दिया।
कोलकाता, विशाल श्रेष्ठ। टीम इंडिया के युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने ईडन गार्डंस स्टेडियम में एक बार फिर अपनी रोशनी बिखेरी। उनकी गेंदबाजी (3/13) के दम पर टीम इंडिया ने पहले टी-20 मुकाबले में वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हरा दिया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के इस होनहार खिलाड़ी ने पहले डेरेन ब्रावो को सीमा रेखा पर शिखर धवन के हाथों लपकवाया, फिर रोवमैन पॉवेल (04) को अपनी फिरकी के जाल में फांसकर कार्तिक के हाथों कैच आउट कराया और अंत में कप्तान कार्लोस ब्रेथवेट को पगबाधा आउट कर चलता किया। मालूम हो कि कुलदीप ने पिछले साल इसी मैदान में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के मैच में हैट्रिक ली थी। ईडन में अंतरराष्ट्रीय मैच में हैट्रिक लेने वाले वह तीसरे भारतीय गेंदबाज बने थे। उनसे पहले कपिल देव ने वनडे में और हरभजन सिंह ने टेस्ट मैच में हैट्रिक ली थी।
कुलदीप इस टी-20 मैच में हैट्रिक तो नहीं ले पाए, लेकिन फिर से अपनी टीम की जीत के नायक जरूर बन गए। वैसे एक तरह से ईडन कुलदीप का घरेलू मैदान भी है, क्योंकि वह आइपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की ओर से खेलते हैं। संयोग से दिनेश कार्तिक ने भी नाबाद 31 रन बनाकर भारत की इस जीत में अहम भूमिका निभाई और संयोग से वह भी केकेआर का हिस्सा हैं। पिछले आइपीएल सत्र में कार्तिक ने केकेआर की कप्तानी भी की थी।
कुलदीप ने मैच के बाद कहा कि ईडन गार्डंस की परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ होने का बहुत बड़ा फायदा मिला। कुलदीप को पता था कि गेंद ग्रिप बनाएगी और टर्न नहीं लेगी और ऐसे में उन्होंने 13 रन देकर तीन विकेट लिए तथा वेस्टइंडीज को आठ विकेट पर 109 रन पर रोकने में अहम भूमिका निभाई। कुलदीप को मैन आफ द मैच भी चुना गया।
कुलदीप ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘जब आपने किसी एक मैदान पर कई मैच खेले हों तो उसका बहुत अधिक फायदा मिलता है। आप विकेट, आउटफील्ड आदि से अच्छी तरह से परिचित होते हो। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। जैसे मुझे पता था कि अगर आप इस पिच पर अपनी गति बदलते हैं तो आपको इसका फायदा मिलेगा। इससे मुझे काफी मदद मिली और मेरा आत्मविश्वास बढ़ा।’
टी-20 में 100 विकेट पूरे करने वाले कुलदीप पिछले कुछ वर्षों से आइपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से खेल रहे हैं। उन्हें यहां खेलने का अच्छा अनुभव है जिसे उन्होंने अपना पहला मैच खेल रहे स्पिन ऑलराउंडर कृणाल पांड्या के साथ भी साझा किया।
उन्होंने कहा, ‘उसने सातवें ओवर में गेंद संभाली और मैंने आठवें ओवर में। हमारे बीच केवल इतनी ही बात हुई कि विकेट से टर्न नहीं मिल रहा है लेकिन गेंद पर ग्रिप बन रही है।’
कुलदीप ने लगभग 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अपनी खास गेंद की जिसने बल्लेबाजों को खासा परेशान किया और उन्होंने कहा कि वह अंडर-19 के दिनों से इस पर काम कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘मैंने चार पांच साल पहले नेट्स पर इस गेंद का अभ्यास शुरू कर दिया था। पिछली श्रृंखला में भी कुछ अवसरों पर मैंने इस गेंद का उपयोग किया। इस गेंद को लेकर आश्वस्त होता जा रहा हूं और मैच की परिस्थितियों के अनुसार इसका उपयोग कर रहा हूं। टी-20 क्रिकेट में बल्लेबाज की लय तोड़ने के लिए इस तरह की गेंद करनी होती है। इससे बल्लेबाज का बल्ला कुंद हो सकता है।’
भारत ने 110 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए शीर्ष क्रम के बल्लेबाज जल्दी गंवा दिए। ऐसे में केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक की नाबाद 31 रन की पारी काफी काम आई। कुलदीप ने कहा, ‘कई बार 110 रन का लक्ष्य भी मुश्किल बन जाता है। ईडन गार्डंस में दूसरी पारी में गेंद स्विंग ले रही थी। उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की और हमारे लिये मुश्किलें पैदा की।’ उन्होंने कहा, ‘कार्तिक ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की। परिस्थितियां उनके अनुकूल थी। पिछले सत्र में उन्होंने केकेआर की अगुवाई की और इसलिए वह परिस्थितियों से अच्छी तरह अवगत थे।’
पहले मुकाबले में हुई गलतियों से सबक लेंगे : रोहित
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उनके खिलाड़ी पहले टी-20 मैच में की गई गलतियों से सबक लेंगे। मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में रोहित ने कहा, ‘हम जानते थे कि लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होने वाला है। फिर भी हम इस मैच में की गई गलतियों से सबक लेंगे, ताकि आने वाले मैचों में उन्हें सुधारा जा सके।’
रोहित ने टी-20 में पदार्पण करने वाले क्रुणाल पांड्या और खलील अहमद के प्रदर्शन की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘ये दोनों चुनौतियां लेने के लिए तैयार हैं। ये अगर इसी तरह अपनी क्षमता को बेहतर करते रहेंगे तो टीम को भविष्य में काफी फायदा होगा।