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Ind vs NZ: एक भ्रम टूटा अब दूसरे की बारी, क्या भारत T20 world cup में न्यूजीलैंड को पहली बार हरा पाएगा

2003 में वनडे विश्व कप में भारत ने न्यूजीलैंड को सात विकेट से मात दी थी। इसके बाद से उसे आइसीसी टूर्नामेंट में इस टीम से हार मिल रही है। 2019 वनडे विश्व कप और इस साल डब्लयूटीसी फाइनल में भी भारत को कीवियों से हार का सामना करना पड़ा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 30 Oct 2021 07:26 PM (IST)Updated: Sun, 31 Oct 2021 11:24 AM (IST)
कप्तान कोहली के साथ टीम इंडिया के खिलाड़ी (एपी फोटो)

अभिषेक त्रिपाठी, दुबई। भारत में एक कहावत है कि कुछ भी पाल लो, लेकिन भ्रम मत पालना। भारत से 2200 किमी दूर दुबई में पिछले रविवार को एक भ्रम टूटा था और अब आने वाले रविवार को दूसरा भ्रम टूटने की बारी है। जब टीम इंडिया संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में टी-20 विश्व कप में खेलने उतरी थी तो दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को दो चीजें पता थीं। पहली तो कि भारत वनडे और टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान से कभी हारा नहीं है और दूसरी न्यूजीलैंड से टी-20 विश्व कप में कभी जीता नहीं है।

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पाकिस्तान से हारते ही टीम इंडिया का एक भ्रम तो टूट गया, अब विराट सेना न्यूजीलैंड को रविवार को दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में हरा दे तो दूसरा भ्रम भी टूट जाएगा, जिससे भारतीय प्रशंसकों को सुकून मिलेगा। यह भारत के लिए एक तरह से करो या मरो का मैच है, क्योंकि अगर टीम इंडिया सुपर-12 का यह मैच हारी तो उसकी सेमीफाइनल की राह बेहद मुश्किल हो जाएगी क्योंकि इसके बाद न्यूजीलैंड को स्काटलैंड, नामीबिया, अफगानिस्तान जैसी अपेक्षाकृत कमजोर टीमों से भिड़ना होगा। भारत की तरह कीवी भी पाकिस्तान से एक मैच हार चुके हैं।

सारे सवाल पांड्या के खेलने पर : भारतीय कप्तान विराट कोहली की शनिवार की प्रेस कांफ्रेंस से पता चलता है कि टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ खेलने वाली टीम के साथ ही इस मैच में उतर सकती है। हार्दिक पांड्या और भुवनेश्वर कुमार को हटाकर शार्दुल ठाकुर और इशान किशन को खिलाने की मांग हो रही है, लेकिन विराट ज्यादा परिवर्तन करने के मूड में नहीं दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि पिछले कुछ साल में टीम इंडिया मैदान में कम ड्रेसिंग रूम में ज्यादा मैच हारी है। यानी समस्या टीम में नहीं, रणनीति में है। 2017 चैंपियंस ट्राफी, 2019 वनडे विश्व कप और इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनिशप फाइनल में भी टीम इंडिया की रणनीति फेल हुई थी।

पाकिस्तान के खिलाफ पहले मुकाबले में पांड्या के चयन से टीम इंडिया का नुकसान हुआ क्योंकि उनकी फिटनेस सवालों के घेरे में है। उस मैच में उनके कंधे में गेंद लगी थी। इसके बाद पांड्या ने फिर से फिटनेस टेस्ट दिया है जिसमें वह पास भी हो गए हैं। उन्होंने गेंदबाजी का अभ्यास भी किया है। विराट के अलावा उप कप्तान रोहित शर्मा और मेंटर महेंद्र सिंह धौनी उन पर विश्वास भी बहुत करते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह आलराउंडर टीम को जीत दिलाने की स्थिति में है। क्या इस महत्वपूर्ण मैच में उन्हें खिलाने का रिस्क लिया जा सकता है? पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल कह चुके हैं कि अगर वह मैच के दौरान अनफिट हो जाते हैं तो आप कैसे कह सकते हैं कि वह फिट हैं? मेरा मतलब है कि यह विश्व कप है, कोई सीरीज या मैच भर नहीं। सुनील गावस्कर ने हार्दिक और भुवनेश्वर कुमार की जगह इशान किशन और शार्दुल ठाकुर को शामिल करने का सुझाव दिया है, जो सही फैसला हो सकता है।

पांड्या अगर गेंदबाजी करते भी हैं तो इतने महीने बाद क्या सीधे विश्व कप में उनके भरोसे उतरना सही होगा। भारत को पांड्या से वैसी बल्लेबाजी की अपेक्षा है जैसी पाकिस्तानी बल्लेबाज आसिफ अली ने अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ की है, लेकिन पांड्या पाकिस्तान के खिलाफ गेंद मारने की जगह खोजते हुए नजर आ रहे थे। हालांकि विराट ने कहा है कि छठे गेंदबाज की जरूरत परिस्थितियों पर निर्भर करती है। पिछले मैच में वैसी स्थितियां नहीं थीं। अगर ऐसी परिस्थिति आती हैं तो मैं दो ओवर कर सकता हूं। पांड्या भी एक-दो ओवर कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आप पांड्या के कंधे की चोट के बारे में बात कर रहे हैं तो वह फिट हैं। हालांकि पांड्या की कमर के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा।

परिवर्तन की गुंजाइश कम : अगर आपको सात नंबर या आठ नंबर पर आलराउंडर चाहिए तो रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर परफेक्ट हैं। शार्दुल ने पिछले इंग्लैंड दौरे से लेकर आइपीएल तक में खुद को साबित भी किया है। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में भारतीय गेंदबाज एक भी विकेट नहीं ले पाए थे। बाबर आजम और मुहम्मद रिजवान ने पांचों प्रमुख गेंदबाजों को एक भी मौका नहीं दिया। रहस्यमयी स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने शुरुआती दो ओवर अच्छे फेंकने के बाद अगले दो ओवर में खूब रन खर्च किए। उन्होंने चार ओवर में 33 तो रवींद्र जडेजा ने 28 रन खर्च किए। भुवनेश्वर कुमार और मुहम्मद शमी भी बेकार साबित हुए। शार्दुल को भुवी की जगह भी मौका दिया जा सकता है क्योंकि वह फार्म में नजर नहीं आ रहे हैं। वरुण की जगह राहुल चाहर या रविचंद्रन अश्विन में से किसी को मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि टीम प्रबंधन ऐसे मूड में दिखाई नहीं दे रहा है।

ट्रेंट बोल्ट सबसे बड़ा खतरा : पिछले मैच में पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने अपने शुरुआती दो ओवरों में ही दो विकेट लेकर टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया था। इसके बाद न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट भी कुछ ऐसा ही सोच रहे हैं। बोल्ट ने कहा है कि मैं शाहीन की तरह ही भारत के शुरुआती विकेट लेकर उन पर दबाव बनाने की कोशिश करूंगा। ऐसे में भारत के ओपनरों को थोड़ी ही धीमी ही सही, लेकिन सही शुरुआत करने की जरूरत होगी जिससे बाद में ज्यादा से ज्यादा रन बनाए जा सकें।

न्यूजीलैंड कमजोर नहीं : कीवियों के लिए अच्छी बात यह है कि उनके बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल फिट हो गए हैं। केन विलयमसन जैसा कप्तान और मिशेल सेंटनर और ईश सोढ़ी जैसे स्पिनर हैं। जहां भारत के गेंदबाज पाकिस्तान का एक भी विकेट नहीं निकाल पाए थे वहीं न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने पांच विकेट हासिल किए थे।

टीमें :

भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), लोकेश राहुल, सूर्यकुमार यादव, रिषभ पंत (विकेटकीपर), इशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, राहुल चाहर, रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर, वरुण चक्रवर्ती, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मुहम्मद शमी।

न्यूजीलैंड : केन विलियमसन (कप्तान), टाड एस्टल, ट्रेंट बोल्ट, मार्क चैपमैन, डेवोन कोन्वे, लाकी फग्र्यूसन, मार्टिन गुप्टिल, काइल जेमिसन, डेरिल मिशेल, जिमी नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सेंटनर, टिम सीफर्ट (विकेटकीपर), ईश सोढ़ी, टिम साउदी, एडम मिल्ने।

महत्वपूर्ण बातें

-ग्रुप-2 में पाकिस्तान अपने तीनों मैच जीतकर टाप पर है। नामीबिया और स्काटलैंड में से एक पर भी जीत दर्ज करते ही वह सेमीफाइनल का टिकट कटा लेगा। 

-भारत को न्यूजीलैंड को हराना ही होगा। अगर ऐसा नहीं होता तो कीवियों के सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना बढ़ जाएगी। न्यूजीलैंड पर जीत दर्ज करने के बाद अंक तालिका में भारत का खाता खुलेगा। फिर उसे बाकी बचे तीनों मैच जीतने होंगे, ताकि कम से कम आठ अंक हो जाएं। 

-अफगानिस्तान ऐसी टीम है जो भले ही खुद सेमीफाइनल में न पहुंचे मगर भारत और न्यूजीलैंड का खेल बिगाड़ सकती है। अफगानिस्तान अगर भारत और न्यूजीलैंड को हरा देती है तो फिर उसका सेमीफाइनल में पहुंचना तय हो जाएगा। 

पिच और मौसम रिपोर्ट

ये पूरी संभावना है कि दुबई में जिस पिच पर आस्ट्रेलिया-इंग्लैंड का मैच होगा उसी पर भारत-न्यूजीलैंड का मैच हो। यहां की पिच अब तक गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों के लिए ठीक साबित हुई हैं। पिच पर पानी खूब डाला जा रहा है और सुबह अच्छी धूप निकल रही है, इसलिए 22 गज की पट्टी चमकदार दिखाई दे रही है और टूट नहीं रही है। यही कारण है पिच टूट नहीं रही है और किसी विशेष को फायदा नहीं दे रही है। दूसरी पारी के दौरान ओस गिर सकती है जो अपना प्रभाव डाल सकती है। कोहली ने भी माना है कि ओस की इस टूर्नामेंट में अहम भूमिका होगी।

टास कितना महत्वपूर्ण

इस टूर्नामेंट में अब तक 13 मैच हुए, जिसमें 11 बार टास जीतने वाली टीम ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। इसका कारण यह है कि बाद में ओस पड़ने से गेंद गीली होती है। ऐसे में बाद में गेंदबाजी करने में परेशानी होती है। गेंद न ही स्विंग होती और न ही स्पिन। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है।

नंबर गेम :

-2 बार टी-20 विश्व कप में भारत और न्यूजीलैंड की भिड़ंत हुई है। 2007 में न्यूजीलैंड ने भारत को 10 रन से तो 2016 में 47 रन से हराया था।

-18 साल पहले टीम इंडिया ने किसी आइसीसी टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड को हराया था। 2003 में वनडे विश्व कप में भारत ने न्यूजीलैंड को सात विकेट से मात दी थी। इसके बाद से उसे आइसीसी टूर्नामेंट में इस टीम से हार मिल रही है। 2019 वनडे विश्व कप और इस साल डब्लयूटीसी फाइनल में भी भारत को कीवियों से हार का सामना करना पड़ा।

-16 टी-20 मुकाबले दोनों टीमों के बीच खेले गए हैं। दोनों ने आठ-आठ मुकाबले अपने नाम किए हैं।


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