IND vs AUS: उमेश यादव ने किया हम सभी को निराश: लक्ष्मण
भारत ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 60-70 रन अतिरिक्त बनाने दिए।
(वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम)
ऑप्टस स्टेडियम में चार दिन आश्चर्यजनक रहे लेकिन कुछ चीजें मुझे परेशान करती रहीं। जब आप मुफीद पिच पर चार तेज गेंदबाजों को लेकर उतरते हैं तो यह आवश्यक है कि वे सभी एक इकाई के रूप में जिम्मेदारी लें। उम्मीद थी कि भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज एक के पीछे एक चलकर आक्रामक हमला करेंगे लेकिन दोनों पारियों में उमेश यादव के अपने सर्वश्रेष्ठ से कम प्रदर्शन करने से निराशा हुई। वह और बेहतर करते तो टीम को फायदा मिलता।
भारत ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 60-70 रन अतिरिक्त बनाने दिए। मेरे हिसाब से ऑस्ट्रेलिया को अगर हम पहली पारी में 250 पर रोकते तो यह बराबरी का स्कोर होता लेकिन जब ऑस्ट्रेलिया ने 326 रन बना लिए तो यह कड़ा संघर्ष हो गया जो भारतीय बल्लेबाजी के लिए कठिन से कठिन होता गया। इसके बाद भारत को गहराई से खेलने और ऑस्ट्रेलियाई स्कोर के करीब से करीब जाने की कोशिश करनी चाहिए थी लेकिन एक बार फिर भारतीय ओपनर शुरुआत में ही आउट हो गए। इसके बाद पूरा भारत विराट, रहाणो और पुजारा के अनुभवी मध्य क्रम पर आ गया।
विराट के 25वें शतक का रास्ता सनसनीखेज था। वह अपने रनों के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे और विकेट देने के लिए तैयार नहीं थे। पुजारा और रहाणो उपयोगी साझेदारी के दौरान मौजूद थे लेकिन एक बार फिर बढ़त को कम करने का सारा भार विराट पर आ गया। मैं इस बात से प्रभावित था कि उन्होंने अपनी पारी की गति को किस तरह से नियंत्रित किया लेकिन एक बार वह आउट हुए तो पूरा निचला क्रम ढह गया। पहली पारी में भारतीय टीम सिर्फ 43 रन पीछे रही लेकिन पिच की प्रकृति को देखते हुए यह काफी रहा।
दरारें पहले से चौड़ी हुईं और जैसा कि अंदाजा था कि गेंद जब चौथे दिन इसमें हिट करेगी तो असामान्य रूप से व्यवहार करेगी। ऐसी पिचों पर चौथे और पांचवें दिन बल्लेबाजी करना कभी आसान नहीं होता है। दूसरी पारी में भारत को अपने ओपनरों से अच्छी शुरुआत की जरूरत थी लेकिन भारतीय बल्लेबाजी के लिए यह मैच काफी निराशा वाला रहा।