IND vs AUS: वो 5 कारण, जिसकी वजह से टीम इंडिया को मिली पर्थ टेस्ट में हार
आपको बताते है कि टीम इंडिया को दूसरे टेस्ट में हार का सामना क्यों करना पड़ा।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे टेस्ट में भारत को 146 रन से हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 287 रन का लक्ष्य रखा था, जिसके जवाब में टीम इंडिया 140 रन पर सिमट गई। भारत का इस मैच में बहुत खराब रहा, टीम इंडिया के फैंस इसलिए भी निराश हुए क्योंकि एडिलेड में जीत के बाद सभी 2-0 की उम्मीद कर रहे थे। अब आपको बताते है कि टीम इंडिया को दूसरे टेस्ट में हार का सामना क्यों करना पड़ा।
टीम का चयन
कप्तान कोहली और टीम मैनेजमेंट टॉस के वक्त ही मैच ही पिछड़ गई थी, जब उन्होंने स्पिनर को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया, कोहली के पास रवींद्र जडेजा और कुलदीप के रूप में दो विकल्प थे लेकिन उन्होंने उमेश यादव पर विश्वास दिखाया, इस मैच में उमेश यादव ने भारत की तरफ से सबसे खराब गेंदबाजी की।
जब ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाए 326 रन
पर्थ की पिच पर सभी को उम्मीद थी कि बल्लेबाजों को काफी परेशानी होगी लेकिन जिस तरह से पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी की वह मैच हारने का मुख्य कारण बना। भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी की शुरुआत में अच्छी गेंदबाजी नहीं की और इसका फायदा ये हुआ कि फिंच और हैरिस ने पहले विकेट के लिए 112 रन जोड़ दिए।
भारतीय ओपनर्स का खराब प्रदर्शन
वैसे इस बात का जिक्र तो लंबे समय से हो रहा है लेकिन इस टेस्ट मैच में टीम इंडिया को हार मिली तो इसका कारण मुरली विजय और केएल राहुल है, भारत के दोनों ओपनर एक एक रन के लिए जूझते रहे। ये दोनों बल्लेबाज पारी की शुरुआत में ही पवेलियन लौट जाते, जिसके कारण भारतीय मिडिल ऑर्डर पर काफी दबाव पड़ रहा है।
विराट कोहली का विवादस्पद फैसला
भारत की पहली पारी में केवल विराट कोहली ही वो बल्लेबाज थे, जो ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों का आसानी से सामना कर रहे थे, पहली पारी में वह 123 रन बनाकर खेल रहे थे, तभी कमिंस की गेंद पर कोहली के बल्ले का बाहरी किनारा लगा और स्लिप में हैंड्सकॉम्ब ने कैच पकड़ा। कैमरों में साफ दिख रहा था कि कैच साफ तौर पर नहीं लिया गया था लेकिन इसके बावजूद कोहली को आउट करार दिया गया, यही से मैच ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में मुड़ गया क्योंकि कोहली अगर क्रीज पर होते तो भारत ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से आगे भी पहुच सकता था।
लियोन के आगे टेके घुटने
एक वक्त था जब कहा जाता था कि भारतीय बल्लेबाज स्पिनर्स को अच्छा खेलते है लेकिन वो अब गुजरे जमाने की बात हो गई है, पिछले कुछ सालों में भारतीय बल्लेबाज जिस तरह स्पिनर्स का शिकार बन रहे हैं, वह चिंता की बात है। इस टेस्ट मैच में भी देख लीजिए, जिस पिच पर भारत ने 4 तेज गेंदबाज खिलाए और पर्थ की तेज पिच पर भारतीय बल्लेबाज लियोन से जूझते रहे। लियोन ने इस मैच में 8 विकेट लिए, जो भारत की हार का बड़ा कारण बना।