वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अंक बांटने पर विचार कर रही है ICC, क्या भारतीय टीम पर पड़ेगा असर?
कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस आइसीसी लीग की संरचना पूरी तरह से बिगड़ गई है क्योंकि प्रत्येक टीम भिन्न संख्या में टेस्ट खेल रही हैं। वहीं यह भी जरूरी नहीं कि प्रत्येक टीम दूसरी टीम से टेस्ट खेले।
नई दिल्ली, पीटीआइ। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में कोरोना वायरस की वजह से अब तक नहीं खेले गए मुकाबलों में आइसीसी अंक बांटने पर विचार कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि आइसीसी अगले वर्ष जून में फाइनल के लिए तैयारी करना चाहती है। यह दो में से एक विकल्प है जिस पर अगले महीने आइसीसी क्रिकेट कमेटी विचार कर सकती है, क्योंकि कोविड-19 की वजह से अंक सिस्टम पर काफी प्रभाव पड़ा है।
वहीं, दूसरा विकल्प यह है कि मार्च के अंत तक ही हुए मुकाबलों को लिया जाए और अंतिम स्थान तय करने के लिए अंकों के प्रतिशत को देखा जाए। अगली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को देखते हुए स्थिति स्पष्ट करने पर है। कोरोना की वजह से काफी टेस्ट अब तक स्थगित हो गए हैं। कई मामलों में यह भी साफ नहीं है कि इन्हें अब कब कराया जा सकता है। ऐसे में इससे चैंपियनशिप के चक्र पर फर्क पड़ रहा है, जिसका अंत मार्च 2021 तक करना जरूरी है।
कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस आइसीसी लीग की संरचना पूरी तरह से बिगड़ गई है, क्योंकि प्रत्येक टीम भिन्न संख्या में टेस्ट खेल रही हैं। वहीं, यह भी जरूरी नहीं कि प्रत्येक टीम दूसरी टीम से टेस्ट खेले। अगर लीग को कराने और फाइनल खेलने की सोची जाए, तो अंकों का बंटवारा ही एक बेहतर विकल्प नजर आता है।
कैसे होगा अंकों का बंटवारा?
अंकों का बंटवारा इस तरह से किया जाएगा कि अगर कोई टेस्ट नहीं हुआ है तो इसे ड्रॉ माना जाएगा। ऐसे में दोनों टीमों को सर्वाधिक 120 अंकों में से अंकों का बंटवारा मिलेगा। यहां उम्मीद भी है कि मार्च के अंत तक एक ठोस नंबर निकलकर आएंगे। उदाहरण के तौर पर न्यूजीलैंड को अपने यहां गर्मियों में पूरी मेजबानी करनी है। दक्षिण अफ्रीका की टीम अगले मार्च तक श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी के लिए तैयार है।
वहीं, पाकिस्तान जनवरी-फरवरी में दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी करने की उम्मीद लगाए बैठा है। उधर, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत आपस में अपने सभी मैच मार्च के अंत तक खेल लेंगे। ऐसे में भारत और इंग्लैंड के पास ही अपने सभी छह सीरीज खेलने का मौका है। वहीं, इंग्लैंड तभी यह मौका भुना पाएगा अगर वह बचा हुआ श्रीलंका का दौरा करे।
पाकिस्तान भी अपनी छह सीरीज खेल सकता है, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ उनकी सीरीज पूरी नहीं हुई है। वहीं, यह बांग्लादेश जैसी टीम के लिए भी ठीक नहीं है, क्योंकि वह साइकिल खत्म होने तक छह में से सिर्फ तीन ही सीरीज खेल पाएगी, लेकिन पहली टेस्ट चैंपियनशिप को सफल बनाने के लिए कोई भी निर्णय लेना जरूरी होगा।