BCCI 'बॉस' गांगुली की 'सुपर सीरीज' पर ICC ने डाला अड़ंगा, दादा बोले- कुछ भी पक्का नहीं
BCCI के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक प्रपोजल तैयार किया था जिसमें चार देशों के बीच वनडे फॉर्मेट की सीरीज होनी थी जिसे सुपर सीरीज नाम दिया गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) के साथ मिलकर एक प्रपोजल तैयार किया था। इसके तहत भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया टीम को एक अन्य मेहमान टीम के साथ मिलकर मल्टी नेशनल टूर्नामेंट खेलना था। चार देशों के बीच वनडे फॉर्मेट में ये टूर्नामेंट होना था, जिसे सौरव गांगुली ने 'सुपर सीरीज नाम दिया गया था, लेकिन अब लग रहा है कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी ICC ने इस पर अड़ंगा डाल दिया है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आइसीसी की मर्जी के बिना एक पत्ता तक नहीं हिलता। हालांकि, भारत जैसे मजबूत क्रिकेट बोर्ड आइसीसी को भी झुकने पर मजबूर कर देते हैं, लेकिन इस बार मामला थोड़ा पेचीदा लग रहा है। इसी सप्ताह टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने सुपर सीरीज का ऐलान किया था और कहा था कि उन्होंने ईसीबी और सीए से बात कर ली है। 2021 में इसकी शुरुआत होने वाली थी। वहीं, सुपर सीरीज का प्रस्ताव आइसीसी के सामने रखा है, जिसे अभी तक मंजूरी नहीं मिली है।
अभी कुछ कंफर्म नहीं- गांगुली
सौरव गांगुली ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए इस बारे में कहा है कि अभी तक ऐसा कुछ कंफर्म नहीं है और न ही कुछ ठोस बात है। गौरतलब है कि गांगुली ने बीसीसीआइ अध्यक्ष पद की कमान संभालने से पहले कहा था कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड को आगे ले जाना चाहते हैं। कमाई के नजरिए से ये फोर नेशनल सीरीज काफी अहम थी। फोर नेशन द्विपक्षीय सीरीज आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी स्टाइल में होनी थी, जिसे आइसीसी ने बंद कर दिया है। हर साल में होने वाली इस सीरीज को आइसीसी इसलिए भी नहीं चाहता, क्योंकि उसे नुकसान होगा।
ब्रॉडकास्टिंग राइट्स की बात हो या फिर कई अन्य तरह की कमाई का मामला, आइसीसी नहीं चाहेगा कि उसे घाटा हो। अगर ये सुपर सीरीज आइसीसी के अंतर्गत होती है तो फिर आइसीसी की कमाई बाकी बोर्ड के अलावा ज्यादा होगी। वहीं, अगर चार देश मिलकर इस सीरीज को चलाते हैं तो फिर आइसीसी का रेवेन्यू शेयर कम होगा। बता दें कि इंडिया, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने Members Participation Agreements (MPA) साइन किया है, क्योंकि ये बोर्ड एक अतिरिक्त आइसीसी टूर्नामेंट चाहते हैं।