कैरेबियाई बल्लेबाजों को यदि छक्के मारने से रोका तो जीत जाएगा इंग्लैंड
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि यदि इंग्लैंड को टी-20 विश्व कप फाइनल जीतना है तो वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को छक्के मारने से रोकना होगा। इंग्लैंड के गेंदबाजों को नोबॉल डालने से बचना होगा और स्पिनरों को कैरेबियाई बल्लेबाजों पर अंकुश लगाना होगा तभी इंग्लैंड दूसरी
कोलकाता। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि यदि इंग्लैंड को टी-20 विश्व कप फाइनल जीतना है तो वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को छक्के मारने से रोकना होगा। इंग्लैंड के गेंदबाजों को नोबॉल डालने से बचना होगा और स्पिनरों को कैरेबियाई बल्लेबाजों पर अंकुश लगाना होगा तभी इंग्लैंड दूसरी बार यह खिताब जीत सकता है।
चैपल ने कहा कि भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मजबूत स्कोर बनाने के बाद खतरनाक सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल को सस्ते में आउट कर दिया था। भारतीय गेंदबाजों ने कैरेबियाई बल्लेबाजों को 50 डॉट बॉल खेलने को मजबूर किया, इसके बावजूद उसे हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि वेस्टइंडीज ने 196 में से 146 रन चौकों-छक्कों (20 चौके व 11 छक्के) की मदद से बना दिए।
आंद्रे रसेल ने निर्णायक क्षणों में 20 गेंदों का सामना कर 4 गगनभेदी छक्के लगाए। वैसे तो इस मामले में इंडीज को टक्कर देने के लिए इंग्लैंड के पास भी जोस बटलर, जेसन रॉय और एलेक्स हेल्स और बेन स्टोक्स जैसे दिग्गज मौजूद है।
इस टूर्नामेंट में अभी तक सबसे ज्यादा छक्के इंग्लैंड के खिलाफ ही लगे है और इसके लिए उनके स्पिनर मोईन अली और आदिल रशीद दोषी है। वेस्टइंडीज को टूर्नामेंट में एकमात्र हार अफगानिस्तान के खिलाफ मिली और इसके लिए अफगानी स्पिनर को श्रेय जाता है, जिन्होंने कैरेबियाई बल्लेबाजों को नियंत्रण में रखकर गलती करने के लिए मजबूर किया। इसके मद्देनजर इंग्लिश स्पिनरर्स को मैच में अहम भूमिका निभानी होगी।
टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में टॉस बहुत महत्वपूर्ण रहा। टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने वाली टीमों ने मैच जीते। भारत में इस मौसम में ओस की महत्वपूर्ण भूमिका हो जाती है, जिसके चलते बाद में गेंदबाजी करने वाली टीम परेशानी में रहती है। यदि ऐसा ही रहा तो यह ट्रेंड बन जाएगा। भारत को नोबॉल के कारण हार का सामना करना पड़ा था और इंग्लैंड के गेंदबाज इस मामले में तो नियंत्रण रख ही सकते हैं।
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