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टेस्ट मैच में फीस बढ़ाने की मांग पकड़ने लगी जोर

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) से की गई टेस्ट मैचों की फीस बढ़ाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। पीटरसन की इस मांग को वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर का समर्थन मिला है।

By sanjay savernEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2016 03:12 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2016 03:20 PM (IST)
टेस्ट मैच में फीस बढ़ाने की मांग पकड़ने लगी जोर

सिडनी। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) से की गई टेस्ट मैचों की फीस बढ़ाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। पीटरसन की इस मांग को वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर का समर्थन मिला है।
होल्डर ने कहा कि गरीब देशों को सेंट्रल आइसीसी फंड के जरिए मदद की जानी चाहिए ताकि वे अपने टेस्ट क्रिकेटर्स को अच्छी फीस दे सके। होल्डर ने ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के टेस्ट क्रिकेटर्स की फीस के अंतर को उजागर करते हुए कहा कि इस वजह से कई कैरेबियाई क्रिकेटर्स टेस्ट खेलने की बजाए पैसों से लबरेज टी-20 लीग में हिस्सा लेते हैं।
बिश बैश लीग में हिस्सा ले रहे पीटरसन ने कहा था- आइसीसी को खेल में इस अंतर को कम करना चाहिए। आइसीसी ने टेस्ट मैचों के आयोजन के मामले में यह किया है और वह इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में इसके आयोजन पर सबसिडी देती है। आइसीसी को कहना चाहिए हमें गेल चाहिए, पोलार्ड, सैमी, रसेल और ब्रावो भी चाहिए। रसेल बीबीएल में 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं और छक्के भी लगा रहे हैं।
होल्डर ने कहा कि वेस्टइंडीज के क्रिकेटर्स को क्रिकेट के सबसे चुनौतीपूर्ण प्रारूप (टेस्ट मैच) में हिस्सा लेने के लिए इतना पैसा तो मिलना ही चाहिए कि वे पैसों से लबरेज टी-20 लीग का मोह छोड़ सके। कैरेबियाई क्रिकेटर्स की मैच फीस में 2014 में जबर्दस्त कटौती की गई थी ताकि घरेलू प्रोफेशनल चार-दिवसीय टूर्नामेंट के लिए फंड जुटाया जाए। टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखने का यह एक तरीका हो सकता है कि सेंट्रल आइसीसी फंड के जरिए गरीब देशों के टेस्ट क्रिकेटर्स को अच्छी फीस प्रदान की जाए।

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