आलोचना से परेशान होकर दिनेश कार्तिक ने छोड़ी कोलकाता नाइटराइडर्स की कप्तानी, ये होंगे अगले कप्तान
कोलकाता की कप्तान का जिम्मा दिनेश कार्तिक ने इयोन मोर्गन को सौंपने की सिफारिश की है। एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक यह खबर आई कि अपनी कप्तानी में टीम को वांछित सफलता नहीं दिला पाने की वजह से कार्तिक ने यह बड़ा फैसला लिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक ने इस पद को छोड़ने का फैसला लिया है। टीम के शुरुआती मुकाबलों में औसत प्रदर्शन के बाद उनकी कप्तानी की काफी आलोचना की जा रही थी। इसके बाद कार्तिक ने इंग्लैंड को विश्व कप जीताने वाले इयोन मोर्गन के कोलकाता की कप्तानी का जिम्मा दिए जाने की सिफारिश की है।
कोलकाता की कप्तान का जिम्मा दिनेश कार्तिक ने इयोन मोर्गन को सौंपने की सिफारिश की है। एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक यह खबर आई कि अपनी कप्तानी में टीम को वांछित सफलता नहीं दिला पाने की वजह से कार्तिक ने यह बड़ा फैसला लिया है। कोलकाता की तरफ से सोशल मीडिया पर इस बात की घोषणा कर दी गई है कि अब टीम की कप्तानी का जिम्मा कार्तिक की जगह मोर्गन संभालेंगे।
📰 "DK and Eoin have worked brilliantly together during this tournament and although Eoin takes over as captain, this is effectively a role swap," says CEO and MD @VenkyMysore #IPL2020 #KKR https://t.co/6dwX45FNg5" rel="nofollow— KolkataKnightRiders (@KKRiders) October 16, 2020
एक ट्वीट में केकेआर की तरफ से लिखा गया है, दिनेश कार्तिक और इयोन मोर्गन ने साथ मिलकर इस टूर्नामेंट में काफी अच्छा काम किया है और अब कप्तानी की जिम्मा इयोन ही संभालेंगे। यह एक-दूसरे की भूमिका को बदलने जैसा ही होगा।
कोलकाता की टीम ने इस टूर्नामेंट में अब तक कुल सात मुकाबले खेले हैं। इसमें से टीम को 4 में जीत मिली है जबकि 3 में टीम हारी है। अंक तालिका पर इस वक्त यह टीम चौथे पायदान पर काबिज है। पिछले मुकाबले में टीम को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 82 रन की बड़ी हार झेलनी पड़ी थी। टूर्नामेंट के पहले मैच में भी टीम ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 49 रन से मैच गंवाया था।
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब किसी टीम के कप्तान ने यूं अचानक से यह जिम्मेदारी किसी और को सौंपी हो। इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स, जब दिल्ली डेयरडेविल्स हुआ करती थी, तब गौतम गंभीर ने बीच टूर्नामेंट में कप्तानी की जिम्मा युवा श्रेयस अय्यर को सौंपा था।