पेट पालने के लिए मूंग की कचौरी बेच रहा है यह स्टार क्रिकेटर
क्रिकेट में अब पैसों की कोई कमी नहीं है लेकिन यह स्टार क्रिकेटर तो मूंग की कचौरियां बेचकर पेट पालने को मजबूर है। कहानी है गुजरात के 30 वर्षीय इमरान शेख की है। शेख मूक-बधिर क्रिकेटर हैं और इसी श्रेणी के क्रिकेट में विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में देश का
वडोदरा। क्रिकेट में अब पैसों की को ई कमी नहीं है लेकिन यह स्टार क्रिकेटर तो मूंग की कचौरियां बेचकर पेट पालने को मजबूर है। कहानी है गुजरात के 30 वर्षीय इमरान शेख की है। शेख मूक-बधिर क्रिकेटर हैं और इसी श्रेणी के क्रिकेट में विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनका शानदार प्रदर्शन देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय टीम का कप्तान बनाया गया था।
दस साल पहले इमरान ने नाजूद मौके पर अर्द्धशतक जड़कर भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनने में मदद की थी। आज उसी इमरान को भूला दिया है और वो वडोदरा की ओल्ड पदरा रोड पर कचौरियां बेच रहे हैं।
एक अंग्रेजी अखबार से चर्चा में इमरान ने कहा, क्रिकेट मेरा शौक है और मैं आगे भी खेलना चाहता हूं। लेकिन मेरी वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। मूक-बधिक क्रिकेट में उतना पैसा नहीं है। इसलिए मैंने कचौरी बेचने का फैसला किया है। मेरी बीवी रोजा इसमें सहयोग करती है। मेरे कोच नित्येंद्र सिंह के प्रयासों से मुझे गुजरात रिफाइनरी में अस्थायी नौकरी मिली है।
छह फीट ऊंचे इमरान ने 15 साल की उम्र के क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। बकौल इमरान, मैं टीवी पर मैच देखते था और मैदान पर जाकर प्रैक्टिस करता था। इसके बाद मेरी मुकालात नित्येंद्र सिंह से हुई, जिन्होंने मेरी प्रतिभा को निखारा और विश्व स्तर पर खेलने लायक बनाया।