कोरोना वायरस के बाद बदल गया क्रिकेट, मैदान पर देखने को मिल रहे हैं ये बदलाव
कोरोना वायरस महामारी के दो-ढाई महीने के बाद वेस्टइंडीज में क्रिकेट की बहाली हो गई है लेकिन तमाम बदलाव भी यहां देखने को मिल रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। मार्च के दूसरे सप्ताह में कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट के खेल पर ब्रेक लगा था। इसके बाद से किसी भी देश में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का आयोजन नहीं हो सका था, लेकिन अब क्रिकेट के मैदान से एक पॉजिटिल न्यूज निकलकर सामने आई है, जिसमें क्रिकेट का खेल शुरू हो गया है। जी हां, इस बार किसी छोटे देश में नहीं, बल्कि एक टेस्ट प्लेइंग नेशन में क्रिकेट की बहाली हुई है।
दरअसल, कैरेबियाई देशों में इस सप्ताह क्रिकेट की शुरुआत हो गई है। सेंट विंसेंट के शहर किंग्सटन में टी10 प्रीमियर लीग(विंसी टी10 प्रीमियर लीग) शुरू हुई। ऐसे में कोरोना वायरस के बाद पहली बार किसी बड़ी जगह पर क्रिकेट की बहाली हुई है। करीब ढाई महीने के बाद क्रिकेट की शुरुआत हुई है, लेकिन तमाम चीजें इस 10-10 ओवर वाले टूर्नामेंट में बदली-बदली नजर आ रही हैं।
कह सकते हैं कि कोरोना वायरस के बाद क्रिकेट पूरी तरह से बदल गया है। स्टेडियम में दर्शक नहीं आ रहे हैं, गेंद पर लार नहीं लगाई जा रही है, सीमा रेखा पर पर सैनिटाइजर भी रखे हुए हैं। पहली बार इस तरह के बदलाव क्रिकेट के मैदान पर देखे गए हैं। स्थानीय दर्शकों को 31 मई तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में घरेलू स्टार सुनील एम्ब्रिस जैसे खिलाड़ी खेलते हुए दिख रहे हैं। एम्ब्रिस टूर्नामेंट के छह मार्की खिलाड़ियों में से एक हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिहाज से यह काफी छोटा टूर्नामेंट है लेकिन कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण दुनिया भर में खेलों के निलंबित होने के बाद टेस्ट खेलने वाले देशों में आयोजित होने वाला यह पहला टूर्नामेंट है। सेंट विंसेंट और ग्रेनेडियंस क्रिकेट संघ के अध्यक्ष किशोर शैलो ने कहा कि एसवीजीसीए स्टेडियम में सीमित दर्शकों के विकल्प को प्राथमिकता दे रहा है, जिसमें अधिकतम 300 या 500 दर्शक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि विशेषज्ञों ने चिंता जताई और सलाह दी कि दर्शकों को स्वीकृति देने से पहले हमें खिलाड़ियों के प्रबंधन को नियमित करने का प्रयास करना चाहिए।