DDCA में फिर बढ़ी दरार, सचिव के निर्देशों से हिला क्रिकेट संघ
तिहारा ने बीसीसीआइ द्वारा राज्य संघों के लिए बनाए गए नियमों का हवाला देकर नियुक्तियों पर सवाल उठाए हैं और इसमें पारदर्शिता नहीं रखने की वजह से रोक लगा दी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में अधिकारियों के बीच जारी गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामले में डीडीसीए के सचिव विनोद तिहारा ने एक सर्कुलर जारी कर संघ के कार्यकारी समिति के अधिकांश सदस्यों की नियुक्ति पर रोक लगा दी है। तिहारा ने बीसीसीआइ द्वारा राज्य संघों के लिए बनाए गए नियमों का हवाला देकर नियुक्तियों पर सवाल उठाए हैं और इसमें पारदर्शिता नहीं रखने की वजह से रोक लगा दी है।
तिहारा ने दावा किया है कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ), मुख्य संचालन अधिकारी (सीओओ) और महाप्रबंधक (जीएम) की नियुक्ति सचिव और अन्य ईसी सदस्यों को सूचित किए बिना की गई है इसलिए इनकी नियुक्ति पर रोक लगाई जा रही है। डीडीसीए के सचिव की हैसियत से तिहारा ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें तीन अहम निर्देश दिए हैं। पहले निर्देश में सचिव ने लिखा है कि सीईओ, सीओओ, सीएफओ और जीएम की नियुक्ति पर अगले आदेश तक रोक लगाई जाती है। नियुक्त हुए नए कर्मचारियों के लिए किसी तरह का करार, नियुक्ति पत्र और सैलरी इत्यादि जारी ना किया जाए। इन आदेशों की अवहेलना करने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी या उन्हें हटाया भी जा सकता है।
दूसरे निर्देश में लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक डीडीसीए का कोई भी अधिकारी किसी भी तरह का करार या पत्र जारी नहीं करेगा और अगर किसी ने ऐसा किया तो उसे पद से हटाकर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
तीसरे निर्देश में लिखा गया है कि अब से कोई भी कर्मचारी अपने कार्य अवधि में डीसीसीए के प्रांगण को छोड़कर नहीं जाएगा। डीडीसीए के अधिकारी इसके प्रांगण में अकेले कार्य करेंगे और डीडीसीए की सभी बोर्ड बैठक और कमेटी की बैठक इसके प्रांगण में होंगी। डीडीसीए द्वारा टीए, डीए, होटल के रूप में किसी भी प्रकार का कोई भी भत्ता नहीं दिया जाएगा।