टी-20 विश्व कप में भारत के मैचों से वंचित हो सकता है यह प्रमुख शहर
चेन्नई का एमए चिदंबरम स्टेडियम चेन्नई सुपर किंग्स की वजह से पिछले आठ वर्षो से कई प्रमुख टी-20 मैच आयोजित कर चुका है, लेकिन इसे अगले वर्ष होने वाले टी-20 विश्व कप में भारत और श्रीलंका के मैचों की मेजबानी से वंचित रहना पड़ सकता है। 11 मार्च से 3
मुंबई। चेन्नई का एमए चिदंबरम स्टेडियम चेन्नई सुपर किंग्स की वजह से पिछले आठ वर्षो से कई प्रमुख टी-20 मैच आयोजित कर चुका है, लेकिन इसे अगले वर्ष होने वाले टी-20 विश्व कप में भारत और श्रीलंका के मैचों की मेजबानी से वंचित रहना पड़ सकता है। 11 मार्च से 3 अप्रैल तक होने वाले इस टूर्नामेंट का फाइनल कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर खेला जाएगा।
बीसीसीआइ सूत्रों के मुताबिक चेन्नई को टी-20 विश्व कप में भारत के मैचों से वंचित किए जाने का कोई कारण नहीं बताया जा रहा है, लेकिन उसे दो अन्य मैचों की मेजबानी दी जा सकती है। राजनीतिक कारणों के चलते श्रीलंका टीम का भी कोई मैच चेन्नई में आयोजित नहीं किया जाएगा। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि चेन्नई में स्टेडियम की समस्या के चलते टी-20 विश्व कप के स्थलों की घोषणा करने में देरी हो रही है।
ठाकुर ने कहा- 'हमने चेन्नई को मैच स्थल के रूप में नकारा नहीं है। देखना सिर्फ यह है कि कौनसे मैच चेन्नई में होंगे। वहां हम श्रीलंका का मैच नहीं करवा सकते हैं। वहां तीन स्टैंड्स खाली रहते हैं और इसके चलते भारत के मैच वहां करवाना मुश्किल है।'
बीसीसीआइ ने किसी स्थल को स्टैंडबाय के तौर पर नहीं रखा है क्योंकि बारबाडोस में आइसीसी की बैठक के दौरान शॉर्ट लिस्ट किए गए आठों केंद्रों को कार्यक्रम में शामिल किया गया है। दिल्ली सरकार के साथ विवादों में उलझे दिल्ली एंड जिला क्रिकेट एसोसिएशन को भी विश्व कप के मैचों से वंचित रहना पड़ सकता है। ठाकुर ने बताया कि अभी मैच केंद्रों पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है और संभावित केंद्रों के रूप में मुंबई, कोलकाता, नागपुर, चेन्नई, मोहाली, बेंगलुरू, अहमदाबाद, पुणे, राजकोट, हैदराबाद और धर्मशाला को चिन्हित किया गया है। केंद्रों को मैचों का आवंटन करने से पहले कई बातों को ध्यान में रखना होगा। बीसीसीआइ वैसे ही मैच स्थलों को फाइनल करने की डेडलाइन से पिछड़ चुका है।