मैच फिक्सिंग केस: हैंसी क्रोनिए के खिलाफ चार्जशीट
नई दिल्ली [जासं]। 13 साल पहले वर्ष 2000 में हुए क्रिकेट मैच फिक्सिंग मामले की याद दिल्ली पुलिस को अब जाकर आई है। पुलिस ने इस केस को फिर से शुरू करते हुए सोमवार को दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन हैंसी क्रोनिए और पांच अन्य लोगों के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। मंगलवार को मुख्य महानगर दंडाधिकारी अमित बंसल के समक्ष
नई दिल्ली [जासं]। 13 साल पहले वर्ष 2000 में हुए क्रिकेट मैच फिक्सिंग मामले की याद दिल्ली पुलिस को अब जाकर आई है। पुलिस ने इस केस को फिर से शुरू करते हुए सोमवार को दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन हैंसी क्रोनिए और पांच अन्य लोगों के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। मंगलवार को मुख्य महानगर दंडाधिकारी अमित बंसल के समक्ष 93 पेज की इस चार्जशीट पर सुनवाई होगी।
अपनी रिपोर्ट में पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपी खिलाड़ी हैंसी क्रोनिए की वर्ष 2002 में एक विमान दुर्घटना में मौत हो चुकी है। पुलिस ने क्रोनिए का नाम चार्जशीट रिपोर्ट के कॉलम नंबर 2 में शामिल किया है। [कॉलम नंबर 2 में उन आरोपियों का नाम रखा जाता है, जो केस से संबंधित आरोपी तो हैं, मगर उनकी मौत हो चुकी होती है]। चार्जशीट में टी-सीरीज कंपनी के संस्थापक गुलशन कुमार के भाई किशन कुमार, लंदन के बुकी संजीव चावला, दक्षिण भारत के बुकी मनमोहन खट्टर, दिल्ली के बुकी राजेश कालरा और सुमित दारा को आरोपी बनाया है।
पुलिस का कहना है कि वर्ष 2000 में उन्हें दक्षिण भारत के कुछ बुकीज की लंदन में रहने वाले बुकीज से मैच फिक्सिंग को लेकर कुछ सुबूत मिले। उन्होंने आरोपियों की फोन पर हुई बातचीत रिकार्ड की और इसके माध्यम से मैच फिक्सिंग किए जाने के मामले का खुलासा हुआ था। क्रिकेटर हैंसी क्रोनिए को भी बुकीज से मैच फिक्सिंग करते हुए पाया गया था। अधिकारियों ने क्रोनिए की आवाज का मिलान उनके द्वारा वर्ष 2000 में दिए गए कुछ टीवी साक्षात्कारों में दर्ज आवाज से कराया। क्रोनिए को बुकी संजीव चावला ने क्रिकेट मैच फिक्स करने के लिए दो किश्तों में 60-60 लाख रुपये दिए थे। पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपी चावला और खट्टर इस समय लंदन और अमेरिका में हैं। उनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किए जा चुके हैं और उन्हें इंटरपोल की मदद से भारत में प्रत्र्यापण किए जाने के प्रयास चल रहे हैं।
अजहर, जडेजा, गिब्स और बोए का नाम नहीं
पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने बताया कि मैच फिक्सिंग मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजहरुद्दीन, अजय जडेजा, दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर हर्शल गिब्स और निकी बोए को आरोपी नहीं बनाया गया है। जांच के दौरान चारों के खिलाफ पुलिस को ऐसा कोई भी सुबूत नहीं मिला, जिससे मामले में उनकी संलिप्तता साबित की जा सके।
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