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कैप्टन कूल धौनी लेने वाले हैं संन्यास?

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और भारतीय टीम के करोड़ों फैंस के लिए शायद साल के अंत या फिर नए साल की शुरुआत में एक मायूस करने वाली खबर आ सकती है। हालातों और मौजूदा स्थिति को अगर देखें तो काफी हद तक यह साफ है कि धौनी जल्द ही क्रिकेट के लंबे प्रारूप (टेस्ट क्रिकेट) से संन्यास की घोषणा कर देंगे।

By Edited By: Published: Fri, 05 Jul 2013 02:04 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2013 09:36 AM (IST)

(शिवम् अवस्थी)

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नई दिल्ली। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और भारतीय टीम के करोड़ों फैंस के लिए शायद साल के अंत या फिर नए साल की शुरुआत में एक मायूस करने वाली खबर आ सकती है। हालातों और मौजूदा स्थिति को अगर देखें तो काफी हद तक यह साफ है कि धौनी जल्द ही क्रिकेट के लंबे प्रारूप (टेस्ट क्रिकेट) से संन्यास की घोषणा कर देंगे।

जी हां, यह मुमकिन है कि कैप्टन कूल इस साल के अंत तक अपने करियर से जुड़ा कोई बड़ा फैसला सुना सकते हैं। वैसे यह हम नहीं कह रहे, इसकी दस्तक खुद धौनी ने अपने बयान के जरिए एक साल पहले दे दी थी। जनवरी 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पर्थ में माही ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साफ तौर पर ऑन रिकॉर्ड कहा था कि वह 2015 विश्व कप खेलना चाहते हैं और इसके लिए उन्हें अपनी फिटनेस को नजर में रखते हुए क्रिकेट के एक प्रारूप को अलविदा कहना ही पड़ेगा। धौनी ने अपने उस बयान में कहा था, 'अगर मुझे 2015 का विश्व कप खेलना है तो एक फॉर्मेट से संन्यास लेना ही होगा।' इसके बाद धौनी ने फिर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने बयान में कहा, '2013 से मेरे कहने का मतलब यह था कि मुझे देखना होगा कि मेरा शरीर और सेहत किस स्थिति में है। क्या मैं 2015 विश्व कप खेलने के लिए तैयार हूं। 2013 के अंत में मुझे अपनी फिटनेस की परखते हुए यह तय करना ही होगा कि मैं किस प्रारूप से संन्यास लूं। हो सकता है मैं 2015 विश्व कप ही ना खेल सकूं, लेकिन वह तब ही होगा जब मेरी जगह कोई ऐसा खिलाड़ी टीम की अगुवाई करने के लिए तैयार हो जिसको कम से कम 70-80 वनडे मैचों का अनुभव हो, यह मेरी निजी सोच है और यह देश का सवाल है।'

जाहिर है कि हमनें धौनी के पूरे करिश्माई करियर में शायद ही उन्हें कभी फिटनेस से जूझते या चोट के कारण किसी सीरीज से बाहर बैठे देखा हो। उनकी लगातार खेलने की क्षमता ही उनका सबसे बड़ा प्लस पोइंट भी रहा क्योंकि इसके जरिए वह भारत के लिए हर फॉर्मेट में लगातार कप्तानी कर सके जो कि एक अद्भुत कामयाबी है, लेकिन अब उनकी फिटनेस लड़खड़ाती दिख रही है और शायद खुद धौनी को भी इस बात का अंदाजा था कि 2013 फैसला लेने के लिए एक अहम साल होगा और अब हालात भी कुछ वैसे ही नजर आने लगे हैं। खैर, फैंस की मर्जी तो शायद इससे परे हो लेकिन अंतिम फैसला धौनी को ही लेना है और साल का अंत जैसे-जैसे करीब आएगा, कैप्टन कूल के फैंस की धड़कनें भी बढ़ना तय हैं।

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