बट, आसिफ और आमेर की सजा पर हो सकता है पुनर्विचार
स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में 2011 में जेल की सजा पाने वाले पाकिस्तान के तीन क्रिकेटरों की आपराधिक सजा पर दोबारा विचार किया जा रहा है। ब्रिटेन के समाचार पत्र गार्डियन में यह दावा किया गया है। अखबार के अनुसार लंदन की अदालत में पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान सलमान बट,
लंदन। स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में 2011 में जेल की सजा पाने वाले पाकिस्तान के तीन क्रिकेटरों की आपराधिक सजा पर दोबारा विचार किया जा रहा है। ब्रिटेन के समाचार पत्र गार्डियन में यह दावा किया गया है। अखबार के अनुसार लंदन की अदालत में पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान सलमान बट, तेज गेंदबाज मुहम्मद आसिफ और स्विंग गेंदबाज मुहम्मद आमेर को मिली सजा उन 25 मामलों में शामिल हैं जिसमें 'फर्जी शेख' अंडर कवर रिपोर्टर मजहर महमूद के तरीकों पर सवाल उठाया गया है।
अभियोजन पक्ष ने बुधवार को इंग्लैंड में 13 फुटबॉलरों से जुड़े कथित मैच फिक्सिंग के मामले को वापस ले लिया क्योंकि महमूद के सबूतों की विश्वसनीयता पर संदेह था। अब भंग हो चुके 'न्यूज ऑफ वर्ल्ड' ने खुलासा किया था कि पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने लॉडर्स में 2010 में टेस्ट मैच के दौरान 1,50,000 पौंड के बदले नोबॉल फेंकने का षड्यंत्र रचा था जिसके बाद इन तीनों क्रिकेटरों और उनके एजेंट मजहर मजीद को गिरफ्तार किया गया था।
इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद आइसीसी ने इन तीनों क्रिकेटरों पर कम से कम पांच साल का प्रतिबंध लगाया था। बाद में लंदन की अदालत ने इन सभी को जेल की सजा सुनाई थी। आमेर का आइसीसी प्रतिबंध अगस्त में खत्म हो रहा है जिसके बाद वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं।