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ब्रायन लारा ने सचिन की सबसे बेस्ट शतकीय पारी का चयन किया, बताया सबसे अनुशासित पारी

सचिन ने अपने क्रिेकेट करियर में कुल 100 शतक लगाए थे और लारा ने उनकी सबसे बेस्ट शतकीय पारी का चयन किया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 06:32 PM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 06:36 PM (IST)
ब्रायन लारा ने सचिन की सबसे बेस्ट शतकीय पारी का चयन किया, बताया सबसे अनुशासित पारी
ब्रायन लारा ने सचिन की सबसे बेस्ट शतकीय पारी का चयन किया, बताया सबसे अनुशासित पारी

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 100 शतक लगाए और टेस्ट व वनडे में एक से बढ़कर एक कमाल की पारियां खेलीं। सचिन की शतकीय पारियों में कौन सबसे बेहतर है इसका आंकलन कई क्रिकेटर अपने-अपने तरीके से कर रहे हैं, लेकिन इस बार महान टेस्ट क्रिकेटरों में से एक ब्रायन लारा ने सचिन के क्रिकेट करियर की सबसे बेस्ट पारी का चयन किया है। 

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वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकॉर्ड के बादशाह सचिन तेंदुलकर की नाबाद 241 रन की पारी उनके टेस्ट करियर की सबसे अनुशासित पारी थी। टेस्ट में 16 साल की उम्र में डेब्यू करने वाले दिग्गज बल्लेबाज सचिन क्रिकेट से सबसे लंबे प्रारूप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।

सचिन ने अपने 24 साल के लंबे करियर में कई शानदार और मैच विजयी पारियां खेलीं। लारा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में सचिन की 241 वाली पारी का जिक्र किया। लारा ने लिखा कि क्या आप 16 की उम्र से अगले 24 साल तक क्रिकेट खेलने की कल्पना कर सकते हैं। यह अविश्वसनीय है। सचिन ने अपने पूरे करियर में कुछ आश्चर्यजनक पारियां खेलीं, लेकिन सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 241 की तरह अधिक अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ कोई नहीं लगी।

 

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@sachintendulkar Not was but IS one of the Greatest to have played our glorious game. We can all learn the discipline needed to COMBAT anything in life from this performance 241 not out vs Australia. #playsafe #backagainstwall

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आपको बता दें कि साल 2004 में सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 436 गेंदों पर नाबाद 241 रन बनाए थे और भारत ने पहली पारी में सात विकेट पर 705 रन का विशाल स्कोर बनाया। हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा और सचिन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। तब सचिन फॉर्म से जूझ रहे थे और उन्होंने उस सीरीज के फाइनल टेस्ट में कवर ड्राइव तक नहीं लगाने का फैसला किया था। इसके बावजूद उन्होंने दोहरा शतक जड़ा। उन्होंने अपने करियर में 200 टेस्ट मैच खेले थे और इस प्रारूप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज वही हैं। 


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