BCCI का फरमान, उम्र में धोखाधड़ी के दोषी पाए जाने 2 साल का बैन
बीसीसीआई ने कहा, बीसीसीआई की क्रिकेट में उम्र संबंधी गलतियों को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने एक नया नियम बनाते हुए कहा कि अब से अगर कोई भी खिलाड़ी अपनी जन्मतिथी के साथ छेड़छाड़ का दोषी पाया जाता है तो उस पर 2 साल का प्रतिबंध लगाया जाएगा। बीसीसीआइ ने अपने नए नियम से सभी राज्य संघ को सूचित कर दिया है।
ये नया नियम बनाने पर बीसीसीआइ ने कहा, बीसीसीआइ की क्रिकेट में उम्र संबंधी गलतियों को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है और बोर्ड अगर खिलाड़ी को बीसीसीआइ टूर्नामेंट में उम्र से संबधित गलती करने का दोषी पाती है तो वो खिलाड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ बीसीसीआइ ने कहा कि हमारा इस फैसले को इस सीजन की शुरुआत में ही सभी राज्य संघो को सूचित कर दिया गया था।
अब साल 2018-19 के सीजन में भी कोई खिलाड़ी जन्मतिथि को लेकर गड़बड़ करता पाया तो उसे तुरंत अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। इसी के साथ वह दो साल तक बीसीसीआइ के किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाएगा।
इससे पहले इन मामलों में बैन का प्रावधान था। सितंबर में बीसीसीआई ने मेघालय के रहने वाले दिल्ली के क्रिकेटर जसकीरत सिंह सचदेव को अंडर-19 टूर्नामेंट में खेलने के लिए झूठा जन्म प्रमाण पत्र जमा करने के लिए बैन किया था। जिसके बाद बीसीसीआइ और सजग हो गया और ये कड़ा नियम बना दिया।