लंका जीतने उतरेगी विराट सेना
फातुल्लाह। पिछले आठ मैचों के बाद पहली जीत दर्ज कर आत्मविश्वास से भरी पांच बार की चैंपियन भारतीय टीम शुक्रवार को यहां एशिया कप के अपने पहले चुनौतीपूर्ण मुकाबले में श्रीलंका से भिड़ेगी और उसकी निगाहें इसी लय को बरकरार रखने की होगी। भारत ने पांच देशों के इस क्षेत्रीय टूर्नामेंट के शुरुआती मुकाबले में बुधवार को मेजबान बा
फातुल्लाह। पिछले आठ मैचों के बाद पहली जीत दर्ज कर आत्मविश्वास से भरी पांच बार की चैंपियन भारतीय टीम शुक्रवार को यहां एशिया कप के अपने पहले चुनौतीपूर्ण मुकाबले में श्रीलंका से भिड़ेगी और उसकी निगाहें इसी लय को बरकरार रखने की होगी।
भारत ने पांच देशों के इस क्षेत्रीय टूर्नामेंट के शुरुआती मुकाबले में बुधवार को मेजबान बांग्लादेश पर छह विकेट से जीत दर्ज की, लेकिन उनकी असली परीक्षा श्रीलंका के खिलाफ होगी जिसने अपने पहले मैच में गत चैंपियन पाकिस्तान को 12 रन से पराजित किया।
बांग्लादेश के खिलाफ शतकीय पारी खेलने वाले कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली की शानदार फॉर्म निश्चित रूप से भारत को टूर्नामेंट जीतने का प्रबल दावेदार बना देगी, भले ही विदेशों में उसे कितनी ही निराशा का सामना करना पड़ा हो। कोहली ने इस टूर्नामेंट में 124 के शानदार औसत से 10 मैचों में 868 रन बनाए हैं, जिसमें उनकी पिछले एशिया कप की करियर की सर्वश्रेष्ठ 183 रन की पारी भी शामिल है।
पढ़ें : बांग्लादेश पर जीत हमें लय प्रदान करेगी : रहाणे
प्रतिभाशाली मध्यक्रम बल्लेबाज रहाणे ने भी न्यूजीलैंड में पांच वनडे में महज 51 रन की असफलता को पीछे छोड़ दिया जिससे भारतीय मध्यक्रम श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ दो अहम मुकाबलों से पहले संतुलित दिख रहा है। भारतीय टीम का फाइनल में पहुंचना इन्हीं दो अहम मुकाबलों के नतीजों पर निर्भर होगा।
भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी बांग्लादेश के खिलाफ कुछ धमाल नहीं कर सकी, लेकिन वे अब कुछ रन जुटाकर अपनी टीम को मजबूत शुरुआत देना चाहेंगे। धवन की कमजोरी शॉर्ट पिच गेंदें हैं और उनकी निराशाजनक बल्लेबाजी ने भारतीय थिंक टैंक को परेशान करना शुरू कर दिया है, क्योंकि इस बायें हाथ के बल्लेबाज के पास खुद को साबित करने का समय बीतता जा रहा है।
बांग्लादेश के खिलाफ कोहली ने चोटिल महेंद्र सिंह धौनी की जगह विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को शामिल किया और चेतेश्वर पुजारा की जगह अंबाती रायुडू को चुना। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ महत्वपूर्ण मैच में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कप्तान कोहली अंतिम एकादश में पुजारा को शामिल करने का जुआ खेलेंगे या इसी अंतिम एकादश पर बने रहेंगे। पिछले मैच में गेंदबाजी में वरुण एरोन ने सबसे ज्यादा निराश किया, श्रीलंका के खिलाफ एरोन को अंतिम एकादश में शामिल करने के फैसले पर कायम रहना जोखिम भरा हो सकता है।