इन जनाब को लगता है कि टीम इंडिया अब भी जीत सकती है
बेशक भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने चौथे टेस्ट के पहले दिन ही अपने शर्मनाक प्रदर्शन से काफी हद तक मैच को इंग्लैंड के पाले में खिसका दिया हो, बेशक टीम इंडिया इस मैच में इंग्लैंड के सामने हर मामले में फीकी नजर आ रही हो लेकिन टीम ने अब भी आस नहीं खोई है। सीरीज का पहला मैच खेलने उतरे रविचंद्रन अश्विन तो कुछ ऐसा ही मानते
मैनचेस्टर। बेशक भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने चौथे टेस्ट के पहले दिन ही अपने शर्मनाक प्रदर्शन से काफी हद तक मैच को इंग्लैंड के पाले में खिसका दिया हो, बेशक टीम इंडिया इस मैच में इंग्लैंड के सामने हर मामले में फीकी नजर आ रही हो लेकिन टीम ने अब भी आस नहीं खोई है। सीरीज का पहला मैच खेलने उतरे रविचंद्रन अश्विन तो कुछ ऐसा ही मानते हैं।
152 रन पर भारतीय पारी सिमट गई थी लेकिन इस दौरान कुछ देर तक अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 40 रन बनाने वाले व धौनी के साथ सातवें विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी करने वाले भारतीय खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने अभी भी उम्मीदें नहीं खोई हैं। अश्विन ने कहा, 'रणजी ट्रॉफी में भी कई बार ऐसा हुआ जब टीमों ने कुछ ऐसी ही शुरुआत की। जहां तक मुझे याद है एक बार मुंबई शून्य रन पर अपने पांच विकेट गंवा चुकी थी लेकिन अंत में उन्होंने वो मैच जीता, इसलिए मैं ऐसी चीजों से प्रेरणा लेते हुए अब भी मानता हूं कि हम मैच में कायम हैं। मुझे बस इस बात की निराशा है कि मैंने अपना विकेट आसानी से दे दिया, मैं और रन बना सकता था।'
अपने टेस्ट क्रिकेट करियर के 19 मैचों में 3 अर्धशतक व 2 शतक जड़ चुके अश्विन कहते हैं, 'इस विकेट पर गेंदबाजों के लिए कुछ मौजूद था जिसका उन्हें फायदा मिला और उन्होंने शानदार गेंदबाजी भी की। शायद हम कुछ और रन बना सकते थे, जाहिर है हर कोई ज्यादा से ज्यादा रन बनाना चाहता है, लेकिन अंत में हमने कुछ विकेट (इंग्लैंड की पारी में) लिए और अभी भी हमारी उम्मीदें कायम हैं।' बेशक हर जगह टॉस के बाद पहले बल्लेबाजी करने वालेधौनी के फैसले की आलोचना हो रही हो लेकिन अश्विन ने अपने कप्तान का बचाव किया, अश्विन ने कहा, 'हर मैच में विकेट तकरीबन एक जैसी ही हैं और कंडीशंस थोड़ी अलग हैं, इसलिए ये पूरी तरह से मैनेजमेंट का फैसला था कि हम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करेंगे। अंत में उन्होंने (इंग्लैंड) अच्छी गेंदबाजी की और हालातों का भरपूर फायदा उठाया।'
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