आशीष नेहरा बोले- मेरे इन 2 सवालों में छिपा है MS Dhoni का भविष्य
पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने महेंद्र सिंह धौनी को महान कप्तानों में शामिल किया है और कहा है कि उनके भविष्य के बारे में सोचना छोड़ दीजिए।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने लंबे समय तक साथ में क्रिकेट खेली है। यहां तक कि जब एमएस धौनी साल 2009 में टीम के कप्तान थे और आशीष नेहरा ने चार साल के बाद टीम में वापसी की थी तो धौनी ने उनसे पूछा था कि क्या वे टेस्ट क्रिकेट भारत के लिए फिर से खेलना चाहेंगे, लेकिन नेहरा ने मना कर दिया था, जिसके लिए वे खुद को कसूरवार भी मानते हैं।
5 अप्रैल 2005 को धौनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक ठोका था। उस मैच में पाकिस्तान के खिलाफ आशीष नेहरा भी भारतीय टीम का हिस्सा थे। उस मैच और धौनी के भविष्य को लेकर आशीष नेहरा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे पास एमएस धौनी को लेकर दो सवाल हैं, जो इन सवालों का उत्तर दे देगा उसी दिन पता चल जाएगा कि धौनी की भारतीय टीम में क्या अहमियत है।
आशीष नेहरा ने कहा है, "अब जब हर कोई उनके(एमएस धौनी) भविष्य पर चर्चा करता है और इस बारे में बात करता है कि एक अच्छा आइपीएल सीजन के कारण वे टीम में वापसी कर सकते हैं तो उनके लिए मेरे दो सवाल हैं: 1) क्या विश्व कप के बाद धौनी को टीम से ड्रॉप किया गया है? 2) क्या केएल राहुल एक विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में आपके दीर्घकालिक विकल्प हैं? जिस दिन कोई व्यक्ति मेरे इन दोनों सवालों का एक साथ जवाब दे देगा, आपको एमएस धौनी की अहमियत का पता चल जाएगा।"
गौरतलब है कि वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था और टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। उस मैच में एमएस धौनी अर्धशतक बनाकर रन आउट हो गए थे और टीम को करीबी हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद से धौनी ने एक भी प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है, लेकिन इसमें एक प्रतिशत की भी सच्चाई नहीं है कि धौनी को टीम से बाहर किया गया है। धौनी ने खुद ही खुद को किसी सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं कराया है।
वहीं, धौनी की कप्तानी को लेकर आशीष नेहरा ने कहा है, "बिना किसी गलती के धौनी समकालीन क्रिकेट के महान कप्तानों में से एक हैं। मैं माइक ब्रियरली, इमरान खान या अर्जुन रणतुंगा के युग के बारे में ज्यादा नहीं जानता, लेकिन पिछले 22 वर्षों में मैंने जो भी क्रिकेट देखी है, धौनी और सौरव गांगुली समकालीन क्रिकेट में दो निर्णायक कप्तान रहे हैं। धौनी जानते थे कि काम कैसे किया जाता है और उन्हें पता है कि उनके लिए कौन बेहतर कार्य कर सकता है।"