श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम में चुने गए अर्जुन तेंदुलकर
अर्जुन तेंदुलकर ने श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय अंडर19 क्रिकेट टीम में जगह बना ली है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को भारतीय अंडर19 टीम में शामिल किया गया है। श्रीलंका दौरे के लिए अर्जुन का चुनाव अंडर19 टीम में किया गया है। श्रीलंका दौरे पर भारतीय अंडर 19 क्रिकेट टीम दो चार दिवसीय मैच के साथ-साथ पांच वनडे मैच भी खेलेगी। अर्जुल को चार दिवसीय मुकाबलों के लिए टीम में जगह दी गई है। वो वनडे मैचों के लिए टीम में शामिल नहीं किए गए।
18 वर्ष के अर्जुन तेंदुलकर जोनल क्रिकेट एकेडमी में अंडर19 विश्वकप के कैंप में शामिल हुए थे और मैच खेले थे। अर्जुन का चुनाव भारतीय अंडर19 क्रिकेट टीम के चयनकर्ता आशीष कपूर, ज्ञानेंद्र पांडे और राकेश पारिख ने किया था। भारतीय टीम अगले महीने श्रीलंका दौरे पर जाएगी। इस दौरे पर खेले जाने वाले दो चार दिवसीय मैचों के लिए टीम की कमान दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज अर्जुन रावत को दी गई है। वर्ष 2016-17 में दिल्ली के लिए उन्होंने अक्टूबर में रणजी ट्रॉफी मुकाबले से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। इससे पहले वर्ष 2017 में उन्हें अंडर19 एशिया कप टीम में चुना गया था।
श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय अंडर19 क्रिकेट टीम की वनडे मैचों की कप्तानी आर्यन जुयल को दी गई है। आर्यन ने यूपी के लिए विजय हजारे ट्रॉफी के जरिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। वहीं अर्जुन तेंदुलकर पहली बार भारतीय टीम का हिस्सा बने हैं। वो टीम के लिए ऑलराउंडर की भूमिका निभाते दिखेंगे।
इस वजह से मिली अर्जुन को आसानी से जगह
अर्जुन ने कूच बेहार ट्रॉफी (राष्ट्रीय अंडर -19) के पांच मैचों में 18 विकेट लिए हैं और वो इस पूरे सत्र के दौरान विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में 43 वें स्थान पर हैं। अर्जुन ने मध्य प्रदेश के खिलाफ 95 रन देकर 5 विकेट लिए थे। दिलचस्प बात है कि हिमाचल प्रदेश के आयुष जामवाल को ज्यादा उम्र के चलते किसी भी टीम में जगह नहीं मिली उन्होंने इस सत्र में 50 विकेट हासिल किए हैं।
कोच राहुल गांधी का सख्त निर्देश
बीसीसीआइ के सीनियर ऑफिसर ने बताया कि, ‘बीसीसीआइ और कोच राहुल द्रविड़ ने यह स्पष्ट दिशानिर्देश दिया है कि जो भी खिलाड़ी इस साल 19 साल की उम्र को पार कर जायेंगे उन्हें टीम में नहीं चुना जाना चाहिए, भले ही उन्होंने बहुत बेहतरीन प्रदर्शन किया हो। राहुल के अनुसार इन खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी मैच खेलने दीजिए। कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआइ के इस फैसले से काफी लड़के जो प्रदर्शन के मामले में अर्जुन से कहीं आगे थे, वो इस चयन प्रक्रिया को क्वालिफाई नहीं कर पाए।’